केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री की अध्यक्षता में आज उत्तर प्रदेश के पशुपालन एवं डेयरी मंत्री के साथ एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। समीक्षा बैठक में डॉ. संजीव कुमार बालियान, राज्य मंत्री (एफएएचडी) और डॉ. एल. मुरुगन, राज्य मंत्री, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के साथ-साथ दोनों पक्षों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
केंद्रीय मंत्री ने राज्य में पशुपालन और डेयरी योजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा की। बैठक में पशुपालन तथा डेयरी से संबन्धित प्रस्तावों पर भी विचार विमर्श किया गया। उन्होंने राज्य में योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए भविष्य की कार्य योजनाओं पर भी चर्चा की।
समीक्षा बैठक में केंद्रीय मंत्री ने जोर दिया कि ब्रीडर फार्म उद्यमों और चारा क्षेत्र से जुड़े उद्यमों की योजनाओं से पशु, डेयरी, मुर्गी पालन, भेड़, बकरी, सुअर इत्यादि के पशुपालक किसानों से लेकर पशुओं के लिए चारा उपलब्ध कराने वालों के लिए बेहतर आजीविका के अवसर पैदा करने में मदद मिलेगी। बेरोजगार युवाओं के लिए अधिक अवसर पैदा होने से ग्रामीण उद्यमिता को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने मौजूदा पशु बीमा का और विस्तार करने तथा पशु पालक किसानों के लिए अभियान के तहत किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) को बढ़ावा देने की राज्य मंत्री को सलाह दी।
उन्होंने पशुओं और पोल्ट्री (मुर्गियों) को रोगों से बचाने के लिए उनमें रोग निरोधी टीकाकरण करने, पशु चिकित्सा सेवाओं में क्षमता निर्माण को बढ़ावा देने, पशु रोगों पर निगरानी बनाए रखने और पशु चिकित्सा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने तथा किसानों के घर पर ही पशुओं से जुड़ी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए देश में मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयों की स्थापना पर जोर दिया।
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश की राज्य सरकार को राज्य में पशुधन क्षेत्र को और तेजी से विकसित करने के लिए एक दूसरे के साथ मिलकर काम करना चाहिए।