देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कृषि व उद्यान विभाग के अधिकारियों से सब्जी व अन्य फसलों की उच्च गुणवत्ता वाले बीजाें की व्यवस्था समय पर सुनिश्चित करने को कहा है।
उन्होंने कृषि व औद्यानिकी से जुडे किसानों को तकनीकि सहायता उपलब्ध कराने के साथ ही प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में सब्जियों के अतिरिक्त अन्य खाद्य उत्पादों के कलस्टर तैयार करने को भी कहा है। उन्होंने आगामी 15 दिन में विभागीय स्तर पर इस संबंध में की जाने वाली कार्यवाही की कार्ययोजना प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए है।
बीजापुर अतिथि गृह में कृषि एवं उद्यान विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने निर्देश दिए कि भविष्य में बीजों की उपलब्धता के संबंध में कोई कठिनाईं न हो। किसानों को समय पर बीज उपलब्ध हो जाए, यह विभागीय अधिकारी अभी से सुनिश्चित कर लें। इसके लिए टी.डी.सी. के अलावा औद्यानिकि विश्वविद्यालय भरसार, विवेकानन्द कृषि अनुसंधान संस्थान के साथ ही निजी बीज उत्पादक किसानों से समन्वय बनाया जाए। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में भौगोलिक स्थिति के अनुरूप साग सब्जी, अदरक, लहसुन, प्याज, हल्दी के उत्पादन क्षेत्र चिन्ह्ति करें। निजी किसानों को बीज उत्पादन के लिए विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाए। उनके बीजों को क्रय करने की व्यवस्था की जाए, ताकि अधिक से अधिक किसान इसमें आगे आए। प्रदेश की भौगोलिक स्थिति के अनुरूप इससे उत्पादन भी बढे़गा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कृषिकरण के साथ ही कृषि रक्षा के प्रति भी ध्यान देने को कहा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि विभाग किसानों का हितैषी बनकर उनकी मदद करें। खेती के प्रति लोगों का रूझान कैसे और अधिक बढ़े, इसकी तरफ ध्यान दिया जाए। दलहन के क्षेेत्र में भी विशेष ध्यान देने के निर्देश उन्होंने दिए। इसके लिए भी क्षेत्रों का चिन्ह्किरण करने के निर्देश भी उन्होंने दिये। इसके साथ ही मुनस्यारी, नीति माण, मलारी, हर्षिल जैसे सीमान्त क्षेत्रों के क्षेत्रीय उत्पादों को बढ़ावा देने पर भी ध्यान दिया जाए। मक्का, राजमा, रामदाना व लालधान, मंडुआ की पैदावार बढ़ाने के तरीके भी विभाग किसानो को उपलब्ध कराये। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति के अनुरूप साग सब्जी, अदरक, लहसुन, प्याज, हल्दी के उत्पादन क्षेत्र चिन्ह्ति करें। निजि किसानों को बीज उत्पादन के लिए विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जाए। उनके बीजों को क्रय किये जाने की व्यवस्था की जाए, ताकि अधिक से अधिक किसान इससे आगे आयें। प्रदेश की भौगोलिक स्थिति के अनुरूप इसमें उत्पादन भी बढ़ेगा।
बैठक में कैबिनेट मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी, प्रीतम सिंह, विधायक राजकुमार, हीरा सिंह बिष्ट, उमेश शर्मा काऊ, निदेशक उद्यान बी.एस.नेगी, सलाहकार कृषि सी.एस. मेहरा, संयुक्त निदेशक कृषि परमा राम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।