देहरादून: पेयजल मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी ने विधानसभा स्थित सभाकक्ष में पेयजल विभाग की समीक्षा बैठक ली। मंत्री ने निर्देश दिये कि मार्च 2012 से मई 2016 तक सभी जनपदों की विधानसभा वार सम्पाधित/प्रगति पर योजनओं की सूची बुकलेट के रूप में उपलब्ध करायी जाय। बैठक में ग्रीष्म ऋतु से प्रभावित क्षेत्रों के सम्बंध में चर्चा सचिव पेयजल ने अवगत कराया कि धारचूला, बेरीनाग, डीडीहाट, पिथौरागढ़, लोहाघाट, चंपावत, जोशीमठ, कर्णप्रयाग, अगस्तमुनी, अल्मोडा तथा टिहरी के कुछ क्षेत्रों से पेयजल की समस्या की शिकायत प्राप्त हुई। जिनमें अधिकांश क्षेत्रों में व्यवस्था के रूप में राहत दी गई। चारधाम यात्रा मार्गां पर पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित की गई। रूद्रप्रयाग तल्ला नागपुर में पेयजल व्यवस्था सुचारू करने हेतु निर्माण पारम्परिक पंपिंग पेयजल योजना को सुचारू कराया गया। मुख्य महाप्रबन्धक उत्तराखण्ड जल संस्थान ने अवगत कराया कि 331 ग्रामीण बस्तीयों एवं 891 शहरी मोहल्लों को पेयजल समस्याग्रस्त क्षेत्रों के रूप में चिन्हित किया गया। समस्या के निराकरण हेतु 46 विभागीय एवं 142 किराये के टेंकरों को लगाया गया है। सचिव पेयजल द्वारा अवगत कराया गया है कि समस्याग्रस्त क्षेत्रों में अतिरिक्त हैण्डपंप लगाये जाने हेतु अधिकारियों को निर्देश दिये जा चुके है। उन्होंने कहा कि 20 मई, 2016 से प्रदेश का भ्रमण किया जायेगा। जनपदीय स्तरीय अधिकारी पूर्ण सूचनाओं के साथ अपनी उपस्थिति सुनिश्चित कराये।