देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को कैबिनेट बैठक में मंत्रिमण्डल के सदस्यों के साथ आपदा राहतकार्यों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लायी जाय। राहत एवं बचाव कार्य के लिए प्रभावित क्षेत्रों में अधिकारियों व कर्मचारियों को जो भी सहयोग चाहिए व तत्काल उपलब्ध कराया जाय। हैलीकाॅप्टर के माध्यम से घायलों को उपचार हेतु देहरादून स्थित हायर सेंटर लाया जाय। सचिव आपदा प्रबंधन द्वारा बताया गया कि पिथौरागढ़ व चमोली में प्राकृतिक आपदा में 15 मृत हुए है, जबकि 21 लापता है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि चारधाम यात्रा के यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा के लिये सभी कदम उठाये जाये। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ़ और चमोली हुई दैवीय आपदा की घटनाआंे के कारण चारधाम यात्रा पर असर न पड़े। चारधाम यात्रा मार्ग पर एस.डी.आर.एफ. और जिला प्रशासन द्वारा सभी उपाय सुनिश्चित किये जाय। मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के जिन स्थानों के लिए चेतावनी जारी की जा रही है, वहां पर विशेष चैकसी बरती जाय। यात्रियों को मौसम के संबंध में पूर्व सूचनाएं उपलब्ध करायी जाय। चिकित्सकों की टीम को प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया जाय। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि संवेदनशील क्षेत्रों में मोबाईल जेनेरेटर की व्यवस्था की जाए। प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, पानी व राशन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग, उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन तथा पेयजल विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिये है कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में हो रहे कार्यों का प्रतिदिन अद्यतन रिपोर्ट वेबसाइट आदि माध्यमों से सार्वजनिक की जाय, ताकि जनसामान्य को जानकारी मिलती रहे। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने जनता से अपील की कि अत्याधिक वर्षा के कारण मानव क्षति हुयी है, परन्तु स्थिति अभी काबू में है। जनजीवन सामान्य है। चारधाम यात्रा बाधित नहीं हुयी है। यातायात व्यवस्थित तरीके से चल रहा है। जहाँ यातायात बाधित हो रहा है, वहां पर त्वरित कार्यवाही करते हुए मार्ग खोले जा रहे हैं।
सचिव आपदा प्रबंधन ने बताया कि 200 से अधिक व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है। आपदा प्रभावितों परिवारों के लिए अस्थायी आवास के लिए टैन्ट व खाद्यान्न उपलब्ध करा दी गयी है। प्रभावित परिवारों को राहत शिविर में रखा गया है। तहसील डीडीहाट के बस्तड़ी ग्राम में स्कूल एवं पंचायतघर में 50 लोगों को ठहराया गया है। तहसील मुनस्यारी के ग्राम नौलाड़ा में जू0 हाईस्कूल में 25 लोगों को ठहराया गया है। तहसील डीडीहाट के ग्राम मल्ला पत्थरकोट में प्राथमिक विद्यालय पत्थरकोट में 15 लोगों को ठहराया गया है। तहसील डीडीहाट के ग्राम सिंघाली में राजकीय इन्टर काॅलेज सिघाली में 150 लोगों को ठहराया गया है।
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