देहरादून: प्रदेश के परिवहन एवं खनन मंत्री नवप्रभात की अध्यक्षता में विधान सभा सभागार में परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में परिवहन मंत्री श्री नवप्रभात ने उपस्थित अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली ऐसी चुस्त-दुरस्त बनायें, जिससे दूरस्थ क्षेत्र में जनता को, यातायात के साधन आसानी से सुलभ हो सके। उन्होंने कहा कि परिवहन गतिविधियां अधिक से अधिक रोजगार परक हो। उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्था को सुदृढीकरण करने के लिए विधायकों का भी मनतव्य भी ले लिया जायेगा।
परिवहन मंत्री ने कहा कि सम्पर्क मार्गों को नये रूटों के रूप में चिन्हित करते हुए उनमें छोटे-छोटे वाहनों के परमिट जारी कर गाॅवों को जिला मुख्यालय से सीधा जोड़ा जाये। सभी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी एवं सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के नये रूटों का चिन्ही करण कर लें तथा उन नये रूटों की सड़कों का सम्बन्धित लो0नि0वि0 के अधिकारियों के साथ मुआयना करलें। उन्होंने नये रूटों में बस संचालन की तिथि 1 सितम्बर, 2016 निर्धारित की गयी है।
उन्होंने कस्बाई नगरों से जुड़े छोटे-छोटे सम्पर्क मार्गों के किनारे रहने वाले ग्रामीणों को बेहतर यतायात सुविधा दिलाने के लिए अधिक से अधिक ई-रिक्शा परमिट जारी करने के निर्देश दिये। उनका मानना था, कि कतिपय मार्गों में एक ही बस सेवा होने के कारण सवारियों को असुविधा का सामना करना होता है। ऐसे रूटों में छोटे वाहनों के परमिट जारी करने के प्रस्ताव सम्भागीय परिवहन प्राधिकरणों में रखने के निर्देश दिये। उन्होंने उदाहरण दिया कि कतिपय क्षेत्रों यथा देहरादून में चकराता, त्यूणी तथा उत्तरकाशी मोरी, पुरोला, चमोली में देवाल, ग्वालदम आदि दूरस्थ एवं रिहायशी क्षेत्रों में एक या दो बस चलती हैं, जिसके कारण क्षेत्र की सवारियों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने ऐसे मार्गों का सम्भागीय परिवहन अधिकारियों एवं सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारियों से विस्तार से विवरण मागा तथा इन सम्पर्क मार्गों में छोटे वाहनों के लिए परमिट जारी करने की सम्भावनाओं पर भी चर्चा की। तथा ऐसे रूटों में परमिट जारी करने के लिए सम्भागीय प्राधिकरणों में पैरवी के निर्देश दिये।
कैबिनेट मंत्री द्वारा किये गये पूर्व निर्देशों के क्रम में अल्मोड़ा आर0टी0ओ0 द्वारा लगभग 15 सम्पर्क मार्गों, बागेश्वर में 11, पिथौरागढ़ में लगभग 8, ऊधमसिंह नगर के किच्छा क्षेत्र में लगभग 7, देहरादून में लगभग 10, उत्तकाशी, टिहरी, चमोली,रूद्रप्रयाग,पौड़ी, नैनीताल, चम्पावत, हरिद्वार आदि जनपदों में भी छोटे वाहन संचालन हेतु सम्पर्क मार्गों का चिन्हीकरण किया गया। उन्होंने कहा कि जिन मार्गों पर पूर्व से परमिट जारी हैं, वे यथावत रहेंगे। उन्होंने हिमाचल सीमा से लगे क्षेत्रों मे अधिक-अधिक उत्तराखण्ड की बसों के संचालन के भी निर्देश दिये। उन्होंने हरियाणा, चण्डीगढ़ यूनियन टेरेरटरी, दिल्ली जम्मू-कश्मीर एवं उत्तरप्रदेश सरकार से भी परिवहन करार करने के निर्देश दिये। ज्ञातव्य है, कि वर्तमान में उत्तराखण्ड सरकार का हिमाचल मध्यप्रदेश राजस्थान तथा पंजाब से परिवहन करार हो चुका है।
उन्होंने स्वीकृत हल्द्वानी आई0एस0बी0टी0 परियोजना का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि राज्य में संचालित ट्रैक्टरों का पंजीकरण 2 श्रेणियों मे किया जाये। ये श्रेणियाॅं कृषि एवं व्यवसायिक दो प्रकारों में होगी।
परिवहन मंत्री ने उत्तराखण्ड परिवहन की बसों में आगामी 18 अगस्त रक्षा बन्धन पर्व पर बहिनों के लिए निःशुल्क यातायात सुविधा देने की घोषणा की।
बैठक में आयुक्त एवं सचिव परिवहन सी0एस0नपल्च्याल, अपर आयुक्त परिवहन सुनिता सिंह सहित समस्त जिलों के सम्भागीय परिवहन अधिकारी एवं सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी उपस्थित थे।