देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गैर तकनीकि विभागो द्वारा किये जाने वाले निर्माण कार्यो को गति प्रदान करने के लिये शासन व जिलास्तर पर अलग-अलग टी0ए0सी के सेल गठित करने के निर्देश दिये है। उन्होने विभिन्न विभागों में पीएलए के तहत जमा धनराशि का भी शीघ्र उपयोग करने को कहा है। मुख्यमंत्री घोषणा के तहत किये जाने वाले कार्यो को प्राथमिकता दी जाय। विभागाध्यक्ष इनका अपने स्तर पर अनुश्रवण कर इसमें आ रही कठिनाईयों का एक सप्ताह मे समाधान करें। घोषणाओं के अधीन जो योजनाएं पूर्ण हो चुकी है, उनके स्थलीय जांच के भी निर्देश मुख्यमंत्री श्री रावत ने दिये है, हाकर्स केा रैनकोट, साईकिल व बूट की सुविधा शीघ्र उपलब्ध कराने के भी उन्होंने निर्देश दिये।
सचिवालय में शुक्रवार को देर रात तक एमएसएमई, सैनिक कल्याण, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, चिकित्सा शिक्षा, आयुष, नागरिक उड्डन, ग्रामीण सड़कें, सिडकुल, परिवहन पंचायतीराज, उरेड़ा आदि विभागों की समीक्षा एवं इन विभागों से संबंधित मुख्यमंत्री घोषणाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने निर्देश दिये कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एमएसएमई एवं ग्राम्य विकास, महिला कल्याण से संबंधित घोषणाओं की कार्ययोजना शीघ्र प्रस्तुत की जाय तथा उनके शीघ्र क्रियान्वयन का रोडमैप तैयार किया जाय। उन्होंने धरचुला में सैनिक विश्राम गृह, विभिन्न अवसरों पर पुलिस परेड़ में भाग लेने वाले यूनीफार्म सर्विंस के जवानों को पुरस्कृत करने के लिये 10 लाख का कोष गठित करने के भी निर्देश दिये। पूर्व सैनिकों की दक्षता का उपयोग राज्यहित में किये जाने के लिये दो आईटीआई व पाॅलिटेक्निक को चिन्हित किया जाय। वार डिसेविल व शहीद परिवार के आश्रितों को इसमें शामिल कर इस वर्ष 05 हजार लोगों को तकनीकि दक्षता उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने भवाली सेनिटेरियल का बेहतर उपयोग करने लिये यहां कमला नेहरू जेएनएम ट्रेनिंग काॅलेज खोलने तथा प्रस्तावित आयुर्वेदिक चिकित्सालयों की स्थापना में तेजी लोने को कहा। शहरी क्षेत्रों के आयुर्वेदिक केन्द्रों में योगा क्लीनिक संचालित करने, योगा अनुदेशकों को मानदेय आधार पर सेवा लेने, काण्डी में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जगमोहन सिंह नेगी के नाम पर आयुर्वेदिक चिकित्सालय खोलने, पाटी(चम्पावत) व गौचर(चमोली) में आयुष महा विद्यालय खोलने, ऋषिकेश को आरोग्य का मुख्य केन्द्र बनाकर जागेश्वर तुंगनाथ लोहाघाट के मायावती आश्रम को भी इससे जोड़ने के साथ ही ऋषिकेश व जागेश्वर को योगग्राम के रूप में भी विकसित किये जाने के निर्देश उन्होंने दिये। उन्होंने राज्य के विश्व विद्यालयों में विभिन्न देशों व प्रदेशों की भाषा सिखाने के लिये क्रेसकोर्स संचालित करने पर भी उन्होंने बल दिया।
हेली सेवा के लिये शीघ्र टेण्डर प्रक्रिया आरम्भ करने, छोटे हेलीपैड़ो के निर्माण को प्राथमिता देने के साथ ही पिथौरागढ़ में प्लाइग क्लब की स्थापना व हरिद्वार में हेलीपैड के निर्माण के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने परिवहन व्यवस्था को दुरस्त करने के निर्देश देते हुए कहा कि हमारी बसे अच्छी हालत में व सुविधाजनक हो, बस स्टेशनों की स्थिति में सुधार हो, मैक्स सर्विंस सेवा प्रारम्भ करने, परिवहन व्यवसाय हमारी पहचान बने, अधिकारी इसके लिये दक्षता से कार्य करें। उन्होंने वर्कशाॅप की स्थिति में भी सुधार के निर्देश दिये तथा निगम द्वारा अधिकृत होटलों, ढावों पर उचित दर व सम्मान के साथ यात्रियों को जलपान, भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित हो, इसके लिये अधिकारियों को नामित कर जिम्मेदारी सौंपी जाय। ड्राईवर व कंडक्टरों को भी यात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार करने की हिदायत दी जाय। उन्होंने एक माह के अन्दर प्रमुख मार्गाें पर नई बसों के संचालन के भी निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने बागेश्वर मंे सर्किट हाउस निर्माण, ग्रामीण क्षेत्रों में खेल मैदानों की स्थापना, मन्दिरों के सौन्दर्यीकरण, खाद्यान्न गौदामो की ग्रामीण क्षेत्रो में स्थापना, सोलर लाइटो की स्थापना के साथ की धारचूला क्षेत्र को विकेन्द्रीकृत जलागम परियोजना में सम्मिलित किये जाने के निर्देश दिये। उन्होने विकासखण्ड मुन्स्यारी, धारचूला, चम्पावत को विभिन्न विकास कार्यो के लिये एक-एक करोड़ की धनराशि स्वीकृत करने के साथ ही देवलीभणी ग्राम में बहुउद्देशीय भवन के लिये 20 लाख रूपये, अगस्तमुनि में सभागार के आधुनिकीकरण के लिये 50 लाख रूपये गल्जवाडी में महिलाओ के लिये हाल निर्माण के लिये 5 लाख, नगर पंचायत गौचर को 50 लाख की धनराशि भी स्वीकृत की। उन्होने विकासखण्डो के पुनगर्ठन के लिये समिति के गठन पर भी बल दिया। ग्रामीण सड़कों के प्रस्तावों पर भी शीघ्रता से कार्यवाही के निर्देश उन्होंने दिये।
बैठक में मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह, अपर मुख्य सचिव डा. रणवीर सिंह, प्रमुख सचिव राधा रतूड़ी, मनीषा पंवार, डा. उमाकांत पंवार, सचिव आनंद वर्द्धन, अमित नेगी, विनोद शर्मा, शैलेश बगोली, डी.सेन्थिल पाण्डियन, अपर सचिव बीके संत, डा.आर राजेश कुमार, सुशील कुमार, एलएन पंत सहित संबंधित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।