नई दिल्ली: केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह ने आज वर्ष 2016-17 के लिए प्रमुख खरीफ फसलों के उत्पादन के प्रथम अग्रिम अनुमान जारी किये। इस अवसर पर श्री सिंह ने कहा कि वर्ष 2016-17 के लिए प्रथम अग्रिम अनुमानों के मुताबिक खरीफ खाद्यान्न का कुल उत्पादन 135.03 मिलियन टन रहने का अनुमान है, जो एक नया रिकॉर्ड है। इस साल का उत्पादन पिछले साल हुए 124.01 मिलियन टन के खरीफ खाद्यान्न उत्पादन की तुलना में 11.02 मिलियन टन अधिक है। यही नहीं, खरीफ खाद्यान्न का उत्पादन पिछले पांच वर्षों (2010-11 से लेकर 2014-15 तक) के दौरान हुए 127.38 मिलियन टन के औसत उत्पादन से भी 7.65 मिलियन टन अधिक है।
प्रथम अग्रिम अनुमानों के मुताबिक, खरीफ 2016-17 के दौरान प्रमुख फसलों का अनुमानित उत्पादन कुछ इस तरह से है:
खाद्यान्न – 135.03 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
चावल – 93.88 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
मोटे अनाज – 32.45 मिलियन टन
मक्का – 19.30 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
दालें – 8.70 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
तूर – 4.29 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
उड़द – 2.01 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
तिलहन – 23.36 मिलियन टन
सोयाबीन – 14.22 मिलियन टन
मूंगफली – 6.50 मिलियन टन
अरंडी के बीज – 1.73 मिलियन टन
कपास – 32.12 मिलियन गांठें (प्रत्येक 170 किलो)
गन्ना – 305.25 मिलियन टन
वर्तमान मानसून सीजन के दौरान कुल वर्षा (1 जून से लेकर 7 सितम्बर, 2016 तक) 36 मौसम उपखंडों में से 29 उपखंडों में सामान्य से अधिक/सामान्य रही है, जबकि 7 उपखंडों में सामान्य से कम रही है। अनुकूल मानसूनी वर्षा के परिणामस्वरूप ज्यादातर खरीफ फसलों का रकबा और उत्पादन अपेक्षाकृत ज्यादा रहने की आशा है। इसके परिणामस्वरूप वर्तमान खरीफ सीजन के दौरान ज्यादातर फसलों का उत्पादन वर्ष 2015-16 के चौथे अग्रिम अनुमानों के मुताबिक इनके दर्ज उत्पादन की तुलना में ज्यादा रहने का अनुमान है। हालांकि, ये आरम्भिक अनुमान हैं और राज्यों से आगे प्राप्त होने वाले फीडबैक के आधार पर इनमें संशोधन किया जायेगा।
खरीफ चावल का कुल उत्पादन 93.88 मिलियन टन रहने का अनुमान है, जो कि एक नया रिकॉर्ड है। इस साल चावल उत्पादन वर्ष 2011 के दौरान हुए 92.78 मिलियन टन के पिछले रिकॉर्ड उत्पादन से 1.1 मिलियन टन अधिक है। खरीफ चावल का उत्पादन भी पिछले पांच वर्षों के औसत उत्पादन और पिछले साल के खरीफ चावल उत्पादन से क्रमश: 4.16 मिलियन टन और 2.57 मिलियन टन अधिक है।
देश में मोटे अनाजों का कुल उत्पादन 32.45 मिलियन टन रहने का अनुमान है, जबकि वर्ष 2015-16 के दौरान (चौथे अग्रिम अनुमान) 27.17 मिलियन टन का उत्पादन हुआ था। मक्के का उत्पादन 19.30 मिलियन टन के रिकॉर्ड स्तर पर रहने का अनुमान है। इस साल खरीफ मक्के का उत्पादन पिछले साल के उत्पादन से 4.05 मिलियन टन अधिक है।
तूर और उड़द के रकबे एवं उत्पादकता में हुई उल्लेखनीय बढ़ोतरी के परिणामस्वरूप खरीफ दालों का कुल उत्पादन 8.70 मिलियन टन के रिकॉर्ड स्तर पर रहने का अनुमान है, जो पिछले साल हुए 5.54 मिलियन टन के उत्पादन से 3.16 मिलियन टन अधिक है। खरीफ दालों का उत्पादन पिछले पांच वर्षों के औसत उत्पादन से भी 2.54 मिलियन टन अधिक है।
देश में खरीफ तिलहन का कुल उत्पादन 23.36 मिलियन टन रहने का अनुमान है, जो वर्ष 2015-16 के दौरान हुए 16.59 मिलियन टन के उत्पादन से काफी ज्यादा है। इस साल खरीफ तिलहन का उत्पादन पिछले पांच वर्षों के औसत उत्पादन से भी 2.33 मिलियन टन अधिक है।
गन्ने का उत्पादन 305.25 मिलियन टन रहने का अनुमान है, जो पिछले साल के 352.16 मिलियन टन के उत्पादन से 46.92 मिलियन टन कम है। अपेक्षाकृत कम रकबे के बावजूद कपास की उच्च उत्पादकता के परिणामस्वरूप 32.12 मिलियन गांठों (प्रत्येक 170 किलो) का अपेक्षाकृत ज्यादा उत्पादन हुआ है, जबकि वर्ष 2015-16 में 30.15 मिलियन गाठों का उत्पादन हुआ था। जूट एवं मेस्ता का उत्पादन 10.41 मिलियन गांठों (प्रत्येक 180 किलो) का होने का अनुमान है, जो पिछले साल हुए 10.47 मिलियन गांठों के उनके उत्पादन से थोड़ा कम है।
विभिन्न फसलों के उत्पादन का आकलन राज्यों से प्राप्त फीडबैक पर आधारित है और अन्य स्रोतों से उपलब्ध सूचनाओं से इसकी पुष्टि की गई है।