लखनऊ: प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण मंत्री अहमद हसन ने 27 जुलाई से 08 अगस्त 2015 तक चलाये जा रहे सघन डायरिया (दस्त) नियंत्रण पखवाडे़ को प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों व चिकित्सकों को दिए है। आज होटल गोल्डन ट्यूलिप में पखवाड़े का शुभारम्भ करते हुये चिकित्सा मंत्री श्री हसन ने कहा कि इस पखवाडे़ का व्यापक प्रचार-प्रसार कर जन जागरूकता लायी जाये, और माता-पिता इस रोग के प्रति जागरूक रहें तथा डायरिया पीड़ित बच्चों को समय से ओ0आर0एस0 का घोल व जिंक की टेबलेट दें।
मंत्री महोदय ने कहा कि यह अभियान शहरी मलिन बस्तियों तथा सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से संचालित करें। पिछड़े गाॅवों में चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी, ए0एन0एम0, आशा बहुएं व आॅगनवाड़ी कार्यकर्ता डायरिया रोग के बारे में छोटे बच्चों की माताओं को विशेष रूप से जागरूक करें।
स्वास्थ्य मंत्री श्री हसन ने कहा कि राष्ट्रीय सघन मिशन के तहत जन्म से 05 वर्ष तक के बच्चों की मृत्यु दर कम करने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा की डायरिया (दस्त) के कारण प्रत्येक वर्ष प्रदेश में लगभग 37 हजार 312 बच्चों की मृत्यु हो जाती है। इसे कम करने के लिए भारत सरकार के निर्देशानुसार सघन डायरिया (दस्त) नियंत्रण पखवाड़ा चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस दौरान ए0एन0एम0 व आशा बहुएॅं घर-घर जाकर ओ0आर0एस0 का पैकेट व जिंक की 14 गोलियां भी वितरित करेंगी।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री अरविन्द कुमार ने कहा कि सघन दस्त पखवाड़े को सफल बनाने के उद्देश्य से राज्य व जनपद स्तर पर टास्क फोर्स की बैठकों का आयोजन कर इसे सफल बनाने के निर्देश दिये गये है। इस अभियान में पंचायती राज, आई0सी0डी0एस0 विभिन्न एन0जी0ओ0, मेडिकल एशोशिएशन आदि का सहयोग लेने को कहा गया है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये महानिदेशक परिवार कल्याण डा0 विजय लक्ष्मी ने डायरिया नियंत्रण पखवाड़े के विषय में विस्तार से जानकारी दी तथा मीडिया का सहयोग इस पखवाड़े को सफल बनाने हेतु आमंत्रित किया।