लखनऊ: नारी त्याग, करूणा, प्रेम और दया का प्रतिरूप होती है। जब नारी के स्तीत्व की बात आती है तो नारी अनुसइया, जब पतिव्रत की बात आती है तो नारी सावित्री, जब त्याग की बात आती है तो पन्नाधाय और जब कर्तव्य की बात आती है तो नारी लक्ष्मीबाई के रूप में हमारे सामने होती है। ये बातें प्रदेश की महिला कल्याण एवं बाल विकास सेवा तथा पुष्टाहार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती स्वाती सिंह ने आज राजभवन से सेफ सिटी परियोजना के शुभारम्भ कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान का भाव जागृत करें। हमें बेटा और बेटी का अंतर मिटाना होगा। हमें अपने बेटों को बेटी का सम्मान करने की शिक्षा देना होगी। लड़की को बेटी, बहन, माँ एवं पत्नी के रूप में केटेगराइज न कर, सभी का सम्मान करें। ऐसा करके ही हम महिलाओं के विरूद्ध घटित होने वाले अपराधों को जड़ से समाप्त कर सकेंगे।
श्रीमती स्वाती सिंह ने कहा मिशन शक्ति के द्वारा महिला सुरक्षा हेतु वेबीनार, कार्यशालाएं होंगी जिनमें महिलाओं के अधिकारों एवं सम्मान के लिये प्रदेश के सभी विभाग मिलकर कार्य करेंगे तथा जन जागरूकता बढ़ायेंगे। उन्होंने महिलाओं के लिये चलायी जा रही पति की मृत्यु के उपरान्त निराश्रित महिला पेंशन योजना, कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ तथा 181 वन स्टाप योजना, 1090, 112 के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि पति की मृत्यु के उपरान्त निराश्रित महिला पेंशन योजना से 500 रूपये कर दिया गया है। सभी विधवा महिलाओं के लिए लागू किया गया है। विधवा पेंशन योजना, महिला सशक्तीकरण के लिए बड़ा उदाहरण है।