नई दिल्ली: सरकार ने संशोधित पाठ्यक्रम को ध्यान में रखते हुए विषयों में होने वाले विकास, नए एवं उभरते हुए रुझान, शिक्षण पद्धति में सुधार के मद्देनजर ऑनलाइन प्रशिक्षण सामग्री तैयार करने के लिए राष्ट्रीय संसाधन केंद्रों के गठन का प्रस्ताव किया है। पहले चरण में केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्थित मंत्रालय के राष्ट्रीय पंडित मदन मोहन मालवीय शिक्षक एवं शिक्षण मिशन, आईआईएस, आईयूसीएए, आईआईटी, आईआईएसईआर, राज्य विश्वविद्यालयों, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के मानव संसाधन विकास केंद्रों, राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों, आईआईआईटी, खुले विश्वविद्यालयों में 75 विशेष विषयों के संबंध में राष्ट्रीय संसाधन केंद्रों को चिन्हित किया है। इन केंद्रों में सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी, डिजाइन एवं निर्माण, मानविकी, भाषा शिक्षण, वाणिज्य, प्रबंधन, शिक्षा योजना एवं प्रशासन, लोक नीति, नेतृत्व एवं शासन, पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान, खगोल शास्त्र एवं खगोल भौतिकी, विश्लेषण एवं मूल्यांकन, शिक्षण एवं अनुसंधान पद्धति, नेनो विज्ञान, इंटरनेट इत्यादि विषय शामिल किए गए हैं।
इस पहल के तहत सभी सेवारत शिक्षकों को अपने-अपने विषयों में होने वाले आधुनिक विकास के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। यह जानकारी ‘स्वयम्’ प्लेटफार्म के जरिये उपलब्ध होगी।
यह सूचना आज राज्य सभा में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में प्रदान की।