नई दिल्ली: युवा मामले और खेल मंत्रालय को समय-समय पर राष्ट्रीय खेल संघों को मान्यता देने के लिए विभिन्न खेल संघों से अनुरोध प्राप्त् होता रहता है। यह अनुरोध आमतौर पर निम्नलिखित श्रेणियों में आते हैं:-
- भारत के कुछ क्षेत्रों में लोकप्रिय स्वेदशी खेल
- विदेशों में खेले जाने वाले विभिन्न खेलों का मिश्रित रूप
- विभिन्न मार्शल आर्ट खेलों का आधुनिक रूप
- महंगे खेल जो भारत में कुछ स्थानों पर खेले जाते हैं
मंत्रालय ने मामले का अध्ययन किया और विभिन्न क्षेत्रों में खेले जाने वाले खेलों के महत्व को स्वीकारते हुए और उन्हें बढ़ावा देने के लिए यह फैसला किया गया कि सक्षम प्राधिकार की अनुमति के साथ कुछ स्वदेशी खेलों के खेल संघों को क्षेत्रीय खेल संघों के रूप में मान्यता देने पर विचार किया जाए। इसके लिए निम्नलिखित शर्तें हैं:-
- खेल किसी एक क्षेत्र/राज्य में लोकप्रिय होना चाहिए और एक या अधिक राज्यों में खेला जाता हो।
- खेल क्षेत्र में कम से कम पिछले दस वर्ष से खेला जा रहा हो।
- क्षेत्रीय खेल संघ जो सरकार से मान्यता चाहता हैं, उसने सभी श्रेणियों सीनीयर, जूनियर और सब-जूनियर में चैम्पियनशिप कराई हो।
- यदि किसी खेल के लिए कोई अंतर्राष्ट्रीय संस्था है तो संस्था की मान्यता आवश्यक है। यदि उसी खेल के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर की अनेक संस्थाएं हैं और यदि एक से अधिक क्षेत्रीय खेल संघों ने मान्यता के लिए आवेदन कर रखा है तो सरकार को इस मामले में फैसला लेना होगा और इसके कारणों को लिखित में बताना होगा।
- राष्ट्रीय खेल संघ को मान्यता देने के लिए एक शर्त ये है कि वह राज्यों/संघशासित प्रदेशों की दो-तिहाई इकाइयों से संबद्ध हो।
- प्रत्येक खेल के लिए केवल एक क्षेत्रीय खेल संघ होना चाहिए।
- केवल स्वदेशी खेलों के संघों को क्षेत्रीय खेल संघों के रूप में मान्यता देने के बारे में विचार किया जाएगा।
शेष खेलों को राष्ट्रीय खेल संघ की मान्यता देने के लिए वर्तमान दिशा-निर्देश जारी रहेंगे।