अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघों के संघ (आईएएएफ) के पूर्व अध्यक्ष लेमिन डियाक को बुधवार दो साल जेल की सजा सुनाई गई। उन्हें उस योजना में भूमिका के लिए यह सजा सुनाई गई जिसमें रूस के एथलीटों को पैसा देकर प्रतिस्पर्धा पेश करने की स्वीकृति दी गई जबकि उन्हें डोपिंग के लिए निलंबित किया जाना चाहिए था। पेरिस की अदालत ने 87 साल के डियाक को यह सजा सुनाई जो 1999-2015 तक आईएएएफ के प्रमुख रहे। अदालत ने डियाक को जेल की दो साल की निलंबित सजा भी सुनाई और उन पर पांच लाख यूरो (590000 डॉलर) का जुर्माना भी लगाया। डियाक को भ्रष्टाचार के कई आरोपों और विश्वास तोड़ने का दोषी पाया गया लेकिन धन शोधन के आरोपों से उन्हें बरी कर दिया गया। जून में डियाक के मामले की सुनवाई के दौरान अभियोजकों ने चार साल जेल की सजा और पांच लाख यूरो के जुर्माने का आग्रह किया था। डियाक को यह सजा न्यायाधीश रोज मेरी हुनॉल्ट से सुनाई। अदालत ने पांच अन्य लोगों को भी दोषी ठहराया जिसमें डियाक के बेटे पापा मसाता डियाक शामिल हैं। पापा मसाता आईएएएफ के मार्केटिंग सलाहकार रह चुके हैं।
न्यायाधीश ने कहा कि पापा मसाता की कंपनियों में उस समय एक करोड 50 लाख डॉलर दिए गए जबकि उसके पिता आईएएएफ के प्रमुख थे। पापा मसाता सेनेगल में रहता है जिसने उसके प्रत्यर्पण से इनकार कर दिया है। वह फैसला सुनाए जाने के दौरान अदालत में नहीं था और जून में छह दिवसीय सुनवाई के दौरान भी मौजूद नहीं रहा। अदालत ने उसे पांच साल जेल की सजा सुनाने के अलावा 10 लाख यूरो का जुर्माना लगाया।