देहरादून: मंगलवार को न्यू कैन्ट रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में आयोजित राज्य मंत्रीमण्डल की बैठक में भारत के पूर्व राष्ट्रपति डाॅ. ए.पी.जे.अब्दुल कलाम को मंत्रीमण्डल के सदस्यों द्वारा भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी। बैठक में मंत्रीमण्डल के सदस्यों ने पूर्व राष्ट्रपति डाॅ. कलाम की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा। बैठक में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति डाॅ. कलाम के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया।
डाॅ. कलाम के निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुयी है। भारत रत्न डाॅ. कलाम के निधन से मैं व्यक्तिगत रूप से आहत हूं। उनकी सादगी हम सभी के लिए प्रेरणापरक है। उन्हेंाने विज्ञान के क्षेत्र को एक नई दिशा दी साथ ही देश को रक्षा के क्षेत्र में मजबूत किया। स्वदेशी मिसाइल तकनीक के विकास में उनके योगदान को कभी भुलाया नही जा सकता। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वे हम सभी के लिए सदैव प्रेरणास्पद बने रहेंगे। डीआरडीओ को नई ऊंचाई तक पहंुचाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वे एक महान वैज्ञानिक, चिंतक, शिक्षक थे। चाचा नेहरू के बाद बच्चों को सबसे अधिक प्यार कलाम साहब से ही मिला।
भारत के पूर्व राष्ट्रपति डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के निधन पर 27 जुलाई, 2015 से 02 अगस्त, 2015 तक सात दिन का राष्ट्रीय शोक मनाया जायेगा। यह जानकारी देते हुए प्रभारी सचिव शैलेश बगौली ने बताया है कि इस अवधि में राज्य में जहां राष्ट्रीय ध्वज नियमित रूप से फहराये जाते है, वहां राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे। राष्ट्रीय शोक के दिवसों में कोई भी शासकीय मनोरंजन के कार्यक्रम आयोजित नहीं किये जायेंगे।