लखनऊ: भारत की शाश्वत आध्यात्मिक विरासत और लोक आस्था के महापर्व एवं धर्म, अध्यात्म एवं संस्कृतियों के महासमागम महाकुम्भ 2025 में सम्मिलित होते हुए देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द एवं प्रख्यात कवि युग वक्ता एवं अपने-अपने राम के जरिये प्रभु श्री राम की कथा का वैज्ञानिक एवं तार्किक विश्लेष्ण करने वाले डॉ. कुमार विश्वास ने उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी के साथ त्रिवेणी संगम में पुण्य की डुबकी लगाई। मंत्री नन्दी ने संगम घाट पर भारत गणराज्य के पूर्व राष्ट्रपति का स्वागत एवं अभिनन्दन किया। वहीं डॉ. कुमार विश्वास ने मां गंगा का जयकारा लगाते हुए एवं श्री राम धुन गुनगुनाते हुए स्नान किया।
मंत्री नन्दी ने मंगलवार को दिन में संगम क्षेत्र के वीआईपी घाट पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का प्रदेश सरकार की ओर से स्वागत एवं अभिन्दन किया। वीआईपी घाट पर पर पूर्व राष्ट्रपति ने अपनी पत्नी एवं पुत्री के साथ संगम की पवित्र जलधारा में डुबकी लगाई। औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी भी इस दौरान मौजूद रहे। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति का हाथ पकड़ कर स्नान में उनका सहयोग किया। इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति ने प्रयागराज में आयोजित नव्य, भव्य एवं दिव्य महाकुम्भ के आयोजन एवं व्यवस्थाओं की प्रशंसा की। पूर्व राष्ट्रपति ने स्नान के बाद मंत्रोच्चारण के बीच सपरिवार मां गंगा, यमुना एवं अदृष्य सरस्वती की पूजा-अर्चना की।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए एवं उनके सवालों का जवाब देते हुए पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन देश के आर्थिक विकास में गेम चेंजर साबित होगा। इससे देश के जीडीपी इकोनॉमी कंडीशन में काफी सुधार होगा। स्नान एवं पूजा के बाद पूर्व राष्ट्रपति मेला क्षेत्र के सेक्टर 24 स्थापित नन्दी सेवा संस्थान के शिविर में पहुंचे जहां उन्होंने शिविर का उद्घाटन किया। प्रयागराज की पूर्व महापौर श्रीमती अभिलाषा गुप्ता नन्दी ने पूर्व राष्ट्रपति का स्वागत एवं अभिनन्दन किया। डॉ. कुमार विश्वास भी नन्दी सेवा संस्थान के शिविर में पहुंचे।
प्रख्यात कवि एवं राम कथा मर्मज्ञ डॉ. कुमार विश्वास का भी मंत्री नन्दी ने संगम क्षेत्र के वीआईपी घाट पर स्वागत एवं अभिनन्दन किया। मां गंगा की महिमा का गुणगान करते हुए डॉ. कुमार विश्वास ने मंत्री नन्दी के साथ पवित्र जलधारा में डुबकी लगाई।
स्नान के दौरान कुमार विश्वास ने ये गंगा का किनारा है, ये गंगाा का किनारा है… गुनगुनाने के साथ ही गंगा के महात्म्य को वर्णित कर रही लाइनों को पढ़ते हुए कहा। तपस्वी राम के चरणों चढ़ी उपहार तक आई,
हमारी मां हमारे लोक के स्वीकार तक आई
कुमार विश्वास ने कहा कि 144 वर्षों में यह संयोग जुड़ा है। यह परम सौभाग्य है। महाकुम्भ के इस आध्यात्मिक चेतना एवं स्पंदन से पूरे विश्व को मार्ग मिलेगा और भारत के विश्व गुरू बनने का मार्ग प्रशस्त होगा। कुमार विश्वास ने कहा कि हमारी अपेक्षा यही है कि तमाम राजनीतिक दल अपनी टिप्पड़ियां बंद कर मां गंगा की जल धारा में डुबकी लगाएं। क्योंकि यह महाकुम्भ सर्वजन हिताय आयोजन है। जहां सभी जाति, धर्म, सम्प्रदाय एवं पंथ के लोगों का स्वागत एवं अभिनन्दन है।