देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को राजपुर रोड़ स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद मणिशंकर अय्यर की पुस्तक ’’अच्छे दिन हाःहा !’’ का विमोचन किया। उन्होंने मणिशंकर अय्यर को कुशल राजनैतिक विश्लेशक, स्तम्भकार व विवेचक बताते हुए उनकी लेखन कला की सराहना की।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि पिछले दो वर्षों में देश के राजनैतिक परिदृश्य में आये परिवर्तनों के मद्देनजर पुस्तक में इस अवधि के घटनाक्रमों आदि का उल्लेख किया है। इस अवधि में उनके द्वारा समय-समय पर विभिन्न चैनलों व समाचार पत्रों में अपने लेखो का इस पुस्तक में समावेश किया है। उन्होंने पुस्तक को अच्छे दिनों के परिपेक्ष में दिलचस्प बताया।
उन्होंनेे कहा कि केन्द्र व राज्यों के आपसी समन्वय के लिये कोपरेटिव फेडरिज्म की अवधारणा पर ध्यान दिया जाना चाहिए। नीति आयोग की अनिश्चितता को दूर करना होगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र पोषित योजनाओ का हमारी विकास दर को बढ़ाने में बड़ा योगदान रहा है। इसमें बदलाव लाने से इसके प्रभावित होने का अंदेशा है। नीति ऐसी बने ताकि देश व प्रदेशो की तरक्की प्रभावित न हो।
पुस्तक के लेखक मणिशंकर अय्यर ने कहा कि पुस्तक में राष्ट्रीय स्तर पर आये परिवर्तनों व इससे उत्पन्न होने वाले घटनाक्रमों का उल्लेख किया गया है। उन्होंने कहा कि पुस्तक का मूल्यांकन का कार्य पाठकगण ही करेंगे। उन्हांेने कहा कि उत्तराखण्ड से उनका सदैव से ही गहरा नाता रहा है। उन्होंने प्रारम्भिक शिक्षा यही ग्रहण की है।