नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति श्री एम.वेंकैया नायडू ने रोमानिया के उद्योगपतियों से भारत और रोमानिया के बीच वास्तविक एवं बहुमुखी साझेदारी सुनिश्चित करने को कहा है। श्री नायडू आज रोमानिया के बुखारेस्ट में भारत-रोमानिया बिजनेस फोरम की बैठक को संबोधित कर रहे थे। रोमानिया के सीनेट के अध्यक्ष श्री कैलिन पोपेस्क्यू-टैरिसिआनू, रोमानिया के उप-प्रधानमंत्री डॉ. अना बिरचैल, भारत के वित्त राज्य मंत्री श्री शिव प्रताप शुक्ला और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थें।
उपराष्ट्रपति ने रोमानिया के उद्योगपतियों से अपनी उत्साहवर्धक एवं परिवर्तनकारी यात्रा में भारत के साथ साझेदारी करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और रोमानिया के बीच वार्षिक द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2017-18 में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ 810 मिलियन अमेरिकी डॉलर के स्तर पर पहुंच गया,जो पिछले वर्ष में हुए 575 मिलियन अमेरिकी डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने कहा कि यह हमारे द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों में उल्लेखनीय बदलाव को दर्शाता है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि हाल के वर्षों में भारत में हुए व्यापक आर्थिक बदलाव से रोमानिया के उद्यमियों के लिए अनेक क्षेत्रों में नये अवसर सृजित हुए हैं। इसके साथ ही उपराष्ट्रपति ने रोमानिया के उद्यमियों को भारत में निवेश करने का न्यौता दिया। उन्होंने कहा कि 8 प्रतिशत से भी अधिक की आर्थिक विकास दर की बदौलत भारत भी अब दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक हो गया है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत शेयर बाजारों के सूचकांकों, विदेशी मुद्रा भंडार और बुनियादी ढांचागत क्षेत्रों में सार्वजनिक निवेश के साथ-साथ कल्याणकारी कदमों में भी सकारात्मक वृद्धि दर्ज करने में कामयाब रहा है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचागत विकास में सरकारी निवेश में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो पहले से ही हमारे देश में पहले के मुकाबले बेहतर रेलवे, सड़कों, हवाई अड्डों और शिपिंग से जुड़े बुनियादी ढांचे के रूप में स्पष्ट नजर आता है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत भी दुनिया की सर्वाधिक सुव्यवस्थित वित्तीय प्रणालियों में स्वयं को शुमार करने में सफल रहा है। इसके साथ ही उपराष्ट्रपति ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत किस तरह से अब प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) जुटाने की दृष्टि से सर्वाधिक आकर्षक देश बन गया है। उन्होंने कहा कि भारत में विमुद्रीकरण और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को सफलतापूर्वक लागू किया गया है, ताकि हमारा देश एक पारदर्शी, आधुनिक और एकीकृत बाजार के रूप में उभर सके। श्री वेंकैया नायडू ने कहा कि भारत के विभिन्न हिस्सों से ‘कारोबार में और ज्यादा सुगमता’ होने की खबरें मिल रही हैं और इसके साथ ही देश भर में करों की दरों को सुसंगत बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि पहली बार जन धन योजना के तहत 320 मिलियन से भी अधिक बैंक खाते खोले गये हैं, जिससे नकद लाभ का प्रत्यक्ष हस्तांतरण संभव हो गया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं को लाखों की संख्या में एलपीजी कनेक्शन दिये गये हैं।