देहरादून। भारत की अग्रणी शिक्षा कंपनियों में से एक, ऐमबीडी ग्रुप अपना 65 वाँ स्थापना दिवस मना रहा है। ग्रुप की यात्रा वर्ष 1956 में इसके संस्थापक श्री अशोक कुमार मल्होत्रा जी के अनुकरणीय नेतृत्व और उद्यमशील क्षमताओं के साथ शुरू हुई थी। इस महत्वपूर्ण यात्रा का उत्सव मनाने के लिए, रेडिसन ब्लू होटल ऐमबीडी लुधियाना और रेडिसन ब्लू ऐमबीडी नोएडा में विभिन्न सीएसआर गतिविधियों का आयोजन किया गया। सीएसआर गतिविधि में विभिन्न ऐनजीओ के बच्चों को होटल के ‘द चॉकलेट बॉक्स’ में मूवी स्क्रीनिंग और भोजन के लिए आमंत्रित किया गया था, जिसका उद्देश्य बच्चों को बेहतर आतिथ्य का अनुभव देना और उनके साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताना था।
ऐमबीडी ग्रुप की प्रबंध निदेशिका सुश्री मोनिका मल्होत्रा कंधारी ने कहा, “मुझे अपने ग्रुप के 65 शानदार वर्षों के सफल समापन की घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है। इन वर्षों में, हम अपने संस्थापक श्री अशोक कुमार मल्होत्रा जी के अखंडता, करुणा, साहस तथा समावेशी संस्कृति के आधारभूत मूल्यों का अनुकरण करते हुए विभिन्न तरीकों से बड़े, बेहतर और मजबूत हुए हैं। हमने अपनी पहुँच का विस्तार किया है तथा हम शिक्षा, प्रकाशन एवं आतिथ्य में मील के पत्थर साबित हुए हैं। हम जालंधर में एक छोटी-सी किताब की दुकान से परिणत होकर आज भारत में एक अग्रणी शिक्षा और आतिथ्य ब्रांड तक बन गए हैं।”
इस अवसर पर ऐमबीडी ग्रुप की संयुक्त प्रबंध निदेशिका सुश्री सोनिका मल्होत्रा कंधारी ने कहा, “यह हमारी कंपनी के लिए एक आश्चर्यजनक उपलब्धि है और हमने अपनी टीम के सदस्यों की कड़ी मेहनत, प्रगतिशील भावना, जुनून और समर्पण से बड़ी सफलता हासिल की है। यह सुअवसर हमारे संस्थापक के दृष्टिकोण को याद करने के लिए एक विशेष दिन है, जिसने ग्रुप के विस्तार और विविध लक्ष्यों को निर्देशित किया। और हम आगे भी अपने ग्राहकों की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए पूरी लगन से काम करना जारी रखेंगे और ऐमबीडी ग्रुप को साल दर साल उल्लेखनीय ऊँचाइयों पर ले जाने के अपने संस्थापक के दृष्टिकोण को अपनाएँगे।
ऐमबीडी ग्रुप की चेयरपर्सन श्रीमती सतीश बाला मल्होत्रा ने कहा, “मल्होत्रा जी एक ओजस्वी नेता थे और शिक्षा की शक्ति में विश्वास करते हुए उसे परिवर्तन लाने वाले और सशक्तिकरण के एक उपकरण के रूप में मानते थे। इसके अलावा, एक उत्कृष्ट उद्यमी होने के नाते, उन्होंने अन्य क्षेत्रों में ग्रुप की विविधता की कल्पना की और यह उनके पक्ष में था कि शुरुआत में ही कंपनी की जड़ें शिक्षा के क्षेत्र में थीं, जो प्रिंटिंग प्रेस, ई-लर्निंग, हॉस्पिटैलिटी, रिटेल एवं डिजाइन तथा भारत और विदेशों में निर्माण जैसे कई अन्य कार्यक्षेत्रों में विस्तारित हुईं। हम उन सभी लोगों, ग्राहकों, हितधारकों के आभारी हैं जो इन वर्षों में हमारे साथ थे और इसे सफल बनाने के लिए हमारी यात्रा में हमारा साथ दिया।