नई दिल्ली: दुनिया की प्रमुख तेल कंपनी सउदी अरब की सउदी अरामको तथा फ्रांस की टोटल एसए भी भारत की ईंधन खुदरा बिक्री के क्षेत्र में आने को आतुर हैं। भारत के वाहन बाजार में आई चमक और पोट्रोलियम खपत को देखते हुए दोनों कंपनियों ने पेट्रोल पंप स्थापित करने में रुचि जताई है।
पेट्रोलियम मंत्री ध्रमेंद्र प्रधान ने कहा कि भारत दुनिया के सबसे अधिक ईंधन खपत वाले देश चीन को पीछे छोडऩे को तैयार है। इसे देखते हुए दुनिया की तमाम बड़ी तेल कंपनियों की भारत के वाहन ईंधन बाजार पर नजर है। उन्होंने बताया कि सउदी अरब की प्रमुख तेल कंपनी सउदी अरामको तथा फ्रांस की टोटल एसए ने हमारे घरेलू बाजार में आने की रुचि दिखाई है।
उन्होंने कहा कि भारत की परिस्थिति के अनुसार अगर वे यहां निवेश करना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। हालांकि तेल कंपनियों के रास्ते में भारत के नियम बाधक बन रहे हैं। भारत में खुदरा ईंधन की बिक्री के लिए लाइसेंस इस बात पर निर्भर है कि कंपनी तेल एवं गैस बुनियादी ढांचा, रिफाइनरी, उत्खनन तथा उत्पादन, पाइपलाइन एवं टर्मिनल में 2,000 करोड़ रुपये निवेश करे।
टोटल एसए की शेल परिचालित गुजरात के हजीरा में एलएनजी आयात टर्मिनल में हिस्सेदारी है जिसके आधार पर वह खुदरा लाइसेंस का दावा कर सकती है। परंतु सउदी अरब ने अब तक भारत में किसी भी तरह के बुनियादी ढांचे में निवेश नहीं किया है।