आयुष-64 और काबासुरा कुदिनीर के निःशुल्क वितरण के राष्ट्रीय अभियान पर बल देते हुए आयुष मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजधानी में इसके वितरण केन्द्रों के अपने नेटवर्क को और व्यापक किया है। अभियान की मुख्य सहयोगी सेवा भारती ने शुक्रवार से दिल्ली के 17 स्थानों पर आयुष-64 के वितरण का शुभारंभ किया है। अगले दो दिनों के समय में इस संख्या के 30 को पार करने की उम्मीद है। घरों अथवा किसी सरकारी/एनजीओ द्वारा व्यवस्थित पृथक चिकित्सा केन्द्र में रह रहे कोविड-19 रोगी आयुष मंत्रालय की इस पहल से लाभान्वित हो रहे हैं। निःशुल्क वितरण अभियान का विस्तार अब 20 से अधिक राज्यों तक हो गया है और राज्य के भीतर इसकी पहुंच में लगातार वृद्धि हो रही है।
अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान ने अपने नि:शुल्क वितरण काउंटर को 24 घंटे के लिए खोल दिया है, इसके साथ ही दो और आयुष संस्थान, केंद्रीय अनुसंधान संस्थान योग और प्राकृतिक चिकित्सा, सेक्टर-19, रोहिणी और डॉ. डी.पी. रस्तोगी केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान संस्थान, सेक्टर-24 नोएडा ने भी अस्पताल से बाहर पृथक रूप से रह रहे बिना लक्षण वाले, हल्के और मध्यम कोविड-19 रोगियों को आयुष-64 का वितरण शुरू कर दिया है। मंत्रालय ने पिछले शनिवार को दिल्ली में अपने सात केंद्रों के माध्यम से इन औषधियों का निःशुल्क वितरण प्रारंभ किया।
सेवा भारती द्वारा शुक्रवार को शुरू किए गए 17 वितरण केंद्र शाहदरा, गांधी नगर, इंद्रप्रस्थ, हिम्मतपुरी (मयूर विहार फेज-1), कालकाजी, बदरपुर, करावल नगर, ब्रह्मपुरी, नंदनगरी (2), रोहतास नगर, तिलक नगर, जनकपुरी, रोहिणी, कंझावला, नरेला और बुराडी में स्थित हैं। ये केंद्र सप्ताह के सातों दिन सुबह 9.30 बजे से शाम 4.30 बजे तक संचालित होंगे।
इसके अलावा आयुष भवन, बी-ब्लॉक, जीपीओ कॉम्प्लेक्स के स्वागत कक्ष पर एक बिक्री काउंटर भी स्थापित किया गया है, जहां आयुष-64 और आयुष किट दोनों उपलब्ध हैं।
रोगी या उनके प्रतिनिधि रोगी की आरटी पीसीआर पॉजिटिव रिपोर्ट या रैपिड एंटीजन रिपोर्ट (आरएटी) या एचआरसीटी चेस्ट रिपोर्ट और आधार कार्ड की मूल या प्रतिलिपि के साथ इन केंद्रों पर जाकर निःशुल्क आयुष-64 टैबलेट प्राप्त कर सकते हैं।
यह देखा गया है आयुष-64 एक बहु-औषधीय फॉर्मूला है जो बिना लक्षण वाले, हल्के और मध्यम कोविड-19 संक्रमण के उपचार में उपयोगी है। आयुर्वेद और योग पर आधारित राष्ट्रीय नैदानिक प्रबंधन प्रोटोकॉल में आयुष-64 की सिफारिश की गई है, और इसको आईसीएमआर के कोविड प्रबंधन के राष्ट्रीय कार्यबल और घर में पृथक रूप से रखे गए कोविड-19 रोगियों के लिए आयुर्वेद चिकित्सकों के लिए दिशानिर्देशों के अनुसार जांचा-परखा गया है। इसे एक कड़े बहु-केंद्र नैदानिक परीक्षण के बाद कोविड-19 रोगियों के लिए मानक देखभाल हेतु एक योग के रूप में फिर से तैयार किया गया है, जिसकी निगरानी आईसीएमआर के पूर्व महानिदेशक डॉ. वी एम कटोच की अध्यक्षता में आयुष मंत्रालय-सीएसआईआर की एक संयुक्त निगरानी समिति द्वारा की गई थी।