लखनऊ: पशुधन विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों एवं निर्बल वर्ग के पशुपालकों के पशुओं की चिकित्सा, औषधि एवं उपकरणों आदि की व्यवस्था की जा रही है। पशु रोग अनुसंधान तथा निदान सेवाओं की विस्तार योजना के तहत पशुपालकों की निःशुल्क सेवा पशुचिकित्सालयों के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती है।
पशुधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस योजना के लिए वर्तमान वित्तीय वर्ष में 13 करोड़ रुपये की धनराशि राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत की गई है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य दवाएं और उपकरण की निःशुल्क सुविधा देकर पशुपालकों को आर्थिक दृष्टि से मजबूत बनाना है। ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों द्वारा एक व्यवसाय के रूप में बड़ी संख्या में पशुपालन किया जाता है, जो पशुपालकों के लिए एक मजबूत आमदनी का जरिया है।