नई दिल्ली: फ्रांस ने जलवायु परिवर्तन संबंधी चिंताओं को नए शहरी क्षेत्र मिशनों से जोड़ने के लिए उठाए गए कदमों की प्रशंसा की। आज यहां शहरी विकास मंत्री श्री एम. वेंकैया नायडु और भारत के दौरे पर आए हुए फ्रांस के उद्योग मंत्री श्री अलेक्जेंडर जीग्लर ने बैठक में दोनों देशों के बीच नए शहरी मिशन और संभावित क्षेत्रों में सहयोग के लिए विस्तृत बातचीत की।
श्री वेंकैया नायडू ने कहा कि स्थायी और जलवायु के अनुकूल शहरी योजना पिछले दो वर्षों में सरकार द्वारा शुरू किए गए नए शहरी मिशन में मील का पत्थर बन गई है। उन्होंने इसे और स्पष्टता से बताया कि विश्वसनीय सार्वजनिक परिवहन और गैर मोटर चालित परिवहन, प्रौद्योगिकी पर आधारित सुगढ़ परिवहन व्यवस्था, पर्याप्त पानी और दुर्लभ संसाधनों के संरक्षण के लिए ऊर्जा प्रबंधन, सौर ऊर्जा जैसे ऊर्जा के नए और नवीकरणीय स्रोतों पर ध्यान देना, हरित निर्माण, खुले और हरे क्षेत्रों का विकास, ठोस अपशिष्ट का खाद और ऊर्जा में रूपांतरण, बड़े पैमाने पर पानी के पुराने पंपों की जगह नए ऊर्जा सक्षम सेटों को लगाना आदि, जलवायु अनुकूल कुछ पहलें या कदम हैं जो शहरी कायाकल्प के लिए शुरू किए गए नए शहरी मिशन के तहत उठाए गए हैं।
पेरिस में कोप-21 करार करने में भारत की सक्रिय भूमिका की सराहना करते हुए श्री अलेक्जेंडर जीग्लर ने कहा कि ये प्रयास जलवायु परिवर्तन की चिंताओं के समाधान के लिए देश की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शहरों में सुधार के लिए भारत सरकार की पहल ‘’शहरी कायाकल्प’’ उपयुक्त शब्द है।
अलेक्जेंडर जीग्लर ने कहा कि फ्रांस को बड़े पैमाने पर भारत में नए शहरी क्षेत्र की पहलों को लागू करने में सहायता के लिए आवश्यक विशेषज्ञता हासिल है। फ्रांस ने पहले से ही चंडीगढ़, नागपुर और पुडुचेरी के स्मार्ट सिटी के रूप में विकास के लिए सहायता के लिए समझौते पर हस्ताक्षर कर लिए हैं। उन्होंने बताया कि एक फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल सहयोग के अवसरों की खोज के लिए आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती का 30 नवंबर 2016 को दौरा करेगा।