देहरादून: गुरूवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राजाजी टाईगर रिजर्व की वेबसाईट लाॅन्च की। उन्होंने कार्बेट टाईगर रिजर्व पार्क के कन्जर्वेशन प्रोजक्ट व नंधौर सेंचुरी के मेनेजमेंट प्लान को भी लोकार्पित किया। मुख्यमंत्री श्री रावत आईसीएफआरई आॅडिटाॅरियम में वन विभाग द्वारा आयोजित वन्यजीव सप्ताह 2015 के प्रथम दिन आयेाजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वन्य जीव सप्ताह कार्यक्रम केवल औपचारिकता बनकर नहीं रहनी चाहिए। इसी उत्साह के साथ इसका प्रभाव एफआआई परिसर के बाहर भी दिखना चाहिए। अगले वर्ष वन्यजीव विशेषज्ञों, वन्यजीवन प्रेमियों को की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाए। राज्य का 70 प्रतिशत हिस्सा वनाच्छादित होने के कारण वन व वन्यजीवों के संरक्षण के लिए हमारा दायित्व तो है ही, यह एक राष्ट्रीय दायित्व भी है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार इको टूरिज्म को बढ़ावा दे रही है। इसे रोजगार के साथ जोड़ने के लिए एक प्रभावी कार्ययोजना तैयार की जा रही है। हम तितली व रेंगने वाले जीवों(रेप्टाईल) पार्क भी विकसित कर रहे हैं। वन्य जीवन, पर्यटन व वाईल्ड लाईफ फोटोग्राफी के माध्यम से आय का बेहतर साधन हो सकता है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित फोटो प्रदर्शन्ी की सराहना करते हुए कहा कि फोटोग्राफी की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना चाहिए। मानव-वन्य पशुओं के सहजीवन पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि जंगलों में फलदार वृक्ष लगाए जाने चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि चीड़ की पŸिायों के एकत्रण पर कोई रोक नहीं लगाई गई है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वन विभाग, वनों के केवल संरक्षक की भूमिका ही न निभाएं बल्कि इको पर्यटन के माध्यम से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार व आय के अवसर बनाने का काम भी करे। नंदा देवी रिजर्व पार्क, केदारघाटी व अन्य घाटियों में स्नो डियर, तितलियों आदि की बहुत ही दुर्लभ प्रजातियां पाई जाती हैं। राज्य सरकार की कोशिश है कि पर्यटकों को इस ओर भी आकर्षित किया जाए।