लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि गांव चौपालों के आयोजन से गांव विकास की योजनाओं के क्रियान्वयन तेजी आयी है और गांवों के संवरने के साथ ही ग्रामीणों का जीवन स्तर सुधर रहा है, सरकार खुद चलकर गांव व गरीबों के पास जा रही है, ग्राम चौपालों से जहां गांवों में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की जमीनी हकीकत का पता चलता है, वहीं सोशल सेक्टर की योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आ रही है, यही नहीं जिन समस्याओं के निराकरण के लिए ग्रामीणों को तहसील, जिला या राजधानी जाना पड़ता था, उनका समाधान उनके अपने गांव में ही हो जा रहा है। प्रदेश में प्रत्येक शुक्रवार को ग्रामों में आयोजित की जा रही ग्राम चौपालों के उत्साहजनक परिणाम सामने आ रहे हैं। प्रदेश में शुक्रवार को ग्राम चौपालो का आयोजन कर जहां लोगों की समस्याओं को सुलझाया और लाभार्थीपरक योजनाओं सहित विकास व निर्माण कार्यों की जमीनी हकीकत को समझा जा रहा है, वहीं प्रदेश के विभिन्न जिलों में वरिष्ठ अधिकारियों व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों/कर्मचारियों तथा ग्राम स्तरीय कर्मचारियों की उपस्थिति में ग्राम चौपालों का आयोजन किया जा रहा है।
ग्राम्य विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को प्रदेश के 748 विकास खण्डों की 1546 ग्राम पंचायतों में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया,जिनमे 4815 ब्लाक स्तरीय अधिकारी/कर्मचारी, 8108 ग्राम स्तरीय कर्मचारी तथा 99379ग्रामीण मौजूद रहे। ग्राम चौपाल में 6641 प्रकरण आये, जिनमें 5866 मामलो का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया, शेष प्रकरणों को सम्बन्धित विभागों को भेजते हुये शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार 6जनवरी 23 से अब तक प्रदेश की 37060 ग्राम पंचायतों में ग्राम चौपालो का आयोजन किया जा चुका है, जिनमें लगभग 29 लाख ग्रामीण मौजूद रहे और 01लाख 95हजार से अधिक समस्याओं/प्रकरणों का निस्तारण किया गया।
उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने ग्राम्य विकास विभाग के उच्चस्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि ग्राम चौपालो को और अधिक भव्य स्वरूप दिया जाय तथा ग्राम चौपाल में बड़ा बैंक ड्राप लगाया जाय और वहां पर उस ग्राम पंचायत के प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण व मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों, विभिन्न प्रकार के पेंशनर्स की सूची व उस ग्राम के अन्य योजनाओं के लाभार्थियों की सूची प्रदर्शित की जाए।उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि यह व्यवस्था खण्ड विकास अधिकारियों के माध्यम से सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा ग्राम चौपालों का दो माह का रोस्टर जारी करते हुए उसका प्रचार प्रसार कराया जाय, ताकि अधिक से अधिक लोग ग्राम चौपाल में पहुंचकर अपनी समस्याओं का निस्तारण करा सकें।