नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम मंत्री श्री नितिन गडकरी ने उद्योग जगत को कोविड-19 लॉकडाउन समाप्त होने के बाद उद्यमों को पुन: चालू करने में सरकार की ओर से पूर्ण समर्थन का भरोसा दिलाया है। फिक्की के प्रतिनिधियों के साथ आज एक वैब आधारित सेमिनार में बातचीत के दौरान श्री गडकरी ने इस दिशा में सरकार द्वारा किए गए विविध वित्तीय फैसलों के बारे में उन्हें सूचित किया।
श्री गडकरी ने उन्हें सूचित किया कि आरबीआई ने मियादी ऋण और कार्यशील पूंजी सुविधाओं का पुनर्निर्धारण करने की अनुमति प्रदान की है।
सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यमों के बारे में चर्चा करते हुए श्री गडकरी ने कहा कि सरकार उनकी कठिनाइयों से अवगत है और अर्थव्यवस्था में उनके महत्व को समझती है। उन्होंने उद्योग जगत से सरकार और बैंकिंग क्षेत्र के साथ एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सभी क्षेत्रों का सशक्त रहना उनमें से प्रत्येक के हित में है। बाजार में नकदी के महत्व का उल्लेख करते हुए श्री गडकरी ने कहा कि वह एमएसएमई के लिए क्रेडिट गारंटी लगभग एक लाख करोड़ रुपये के मौजूदा स्तर से बढ़ाकर पांच लाख करोड़ रूपये करने हेतु प्रयासरत हैं, जिसमें से वित्तीय संस्थाओं द्वारा प्रदान की जाने वाली 75 प्रतिशत अग्रिम राशि सरकार की ऋण गारंटी योजना के तहत गारंटी प्राप्त होगी।उन्होंने आश्वासन दिया कि उद्योग जगत विशेष रूप से एमएसएमईद्वारा उठाए गए मुद्दों पर संबंधित मंत्रालयों और विभागों के साथ चर्चा की जाएगी।
श्री नितिन गडकरी ने उद्योग जगत से वर्तमान संकट को चुनौती और अवसर के रूप में देखने का आह्वान किया है, वह भी विशेषकर तब, जब कुछ देश चीन से अपने निवेश हटाना चाहते हैंऔर भारत उनके लिए सबसे अच्छे विकल्पों में से एक हो सकता है।
सड़क क्षेत्र का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष2019-20 में राजमार्ग निर्माण का कार्य रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचा था, आने वाले वर्षों में अवसंरचना क्षेत्र की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए इसमें 2-3 गुना की वृद्धि होनी चाहिए। श्री गडकरी ने यह भी बताया कि देरी से बचने के लिए निर्णय कम से कम समय में लिए जाने चाहिए। उन्होंने इस दिशा मेंएनएचएआई और उसकी मध्यस्थता इकाइयों से अनुरोध किया है कि वे मामलों का फैसला 3 महीने के भीतर करें। श्री गडकरी ने बताया किइस उद्देश्य के लिएउन्होंने ऐसे सभी निकायों के अध्यक्षों से अनुरोध किया है कि वे वर्तमान में शाम 5 बजे की बजाय प्रतिदिन शाम 7 बजे तक काम करें। श्री गडकरी ने कहा, वे पहले ही कार्य करना शुरू कर चुके हैं, जिसका परिणाम कम समय के भीतर 280 मामलों के समाधान के रूप में सामने आया।
श्री गडकरी ने कहा कि भारत को इस संकट को अवसर में बदलना चाहिए, बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के कार्य में तेजी लानी चाहिए और आर्थिक विकास हासिल करने के लिए कोरोना के खिलाफ यह युद्ध जीतना चाहिए। उन्होंने कहाकिभारतीय उद्योग जगत को मौजूदा विकट स्थिति को वरदान के रूप में देखना चाहिए और निर्यात क्षमता में सुधार करने का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि संकट के इस समय में बाजार में नकदी लाना महत्वपूर्ण है और यह सुनिश्चित करने के लिए एनएचएआई ने सभी लंबित दावों और मध्यस्थता को निपटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मंत्रालय के पास सभी वैध दावों को 3 महीने के भीतर निपटाने कीनिश्चित योजना मौजूद है।
वित्त वर्ष 2020-21 के लिए सड़क और राजमार्ग निर्माण की गति को दोगुना करने का उल्लेख करते हुएश्री गडकरी ने कहा कि उनका मंत्रालय युद्ध स्तर पर काम कर रहा है और इस लड़ाई को लड़ने और इसमें विजयी होने के लिए प्रतिबद्ध है। सड़क क्षेत्र में बहाली का सिलसिला शुरू करने के लिएमंत्रालय कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपाय किए जाने की शर्त पर विभिन्न स्थानों पर परियोजनाओं को दोबारा चालू करने के लिए तैयार है।