देहरादून: गांधी जयंती एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर निर्माणाधीन गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय में आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखण्ड सुरेन्द्र नेगी ने गांधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये।इस अवसर पर उन्होने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री देश ऐसी महानविभूतियां रही हैं जिन्होने पूरे समाज का एक नई सोच एवं नई दिशा देने की प्रेरणा दी है। हम सभी को उनके आदर्शों एवं उनके उद्देश्यों को अपने जीवन में धारण करते हुए उनके आदर्शों का अनुसरण करना होगा और उनसे प्रेरणा लेनी होगी कि काई भी व्यक्ति कठिन से कठिन कार्य को जज्बे के साथ पूरा कर सकता है। उन्होने कहा कि पूज्य बापू गांधी ने देश को आजाद कराया जो युवाओं के लिए अनुकरणीय उदारण है। साथ ही उन्होने कहा कि हमारे पूर्वजों में समाज हित तथा देशहित की सोच थी जिसमें आज कमी आ रही है जिसे दूर करने का आह्वान किया। उन्होने कहा कि हमारे पूर्वज समाज और राष्ट्र के लाभ की बात सोचते थे। उन्होने गांधी जी का साक्षात्कार में कहना मेरा जीवन ही मेरा संदेश है में उनके व्यक्तित्व एवं कृत्य को परिलक्षित करता है। उन्होने भूतपूर्व प्रधान मंत्री श्री लाल बहादुर का स्मरण करते हुए कहा कि स्व. लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान और जय किसान का नारा देकर देश को आत्मनिर्भर एवं सुरक्षित बनाने में जो प्रभावी संदेश दिया था वह युवाओं के लिए अनुकरणीय है। उन्होने कहा कि शास्त्री जी ने सादगी, सरलता, अनुशानात्मक जीवन का प्रभावी संदेश उनके व्यक्तित्व का प्रभावी सदंेश मिलता है। उन्होने उपस्थित पैरामेडिक्स बच्चों से अपने दोनों महान पूर्वजों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। स्वास्थ्य मंत्री ने गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय को तीन माह में पूरा करने के निर्देश कार्यदायी संस्था को दिये। उन्होने बताया कि शीघ्र ही 5 करोड़ रू0 की धनराशि जारी कर दी जायेगी जिससे लम्बित अवशेष कार्य पूर्ण हो जायेगें। उन्होने बताया कि यह परियोजना कुल 12 करोड़ 22 लाख की थी, किन्तु कतिपय कारणों से योजना का कार्य धीमी हो जाने से अब यह लागत बढ गयी है।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ओम प्रकाश ने कहा कि इस नेत्र चिकित्सालय के शुरू होने से उत्तराखण्ड वासियों एवं स्थानीय लोगों को इसका लाभ मिलेगा तथा उन्होने कार्यदायी संस्था से अपेक्षा की है कि जितना जल्दी हो सके इसका निर्माण कार्य पूरा करले जिससे चिकित्सालय द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं शीघ्र मुहैया कराई जा सकें। उन्होने यह भी कहा कि गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्सालय में पार्किंग की व्यवस्था न होने के कारण इस चिकित्सालय में पार्किंग की समस्या हो सकती है जिसके लिए अनयंत्र पार्किंग व्यवस्था करने के लिए स्थान चिन्हित करने के लिए कहा गया।
इस अवसर पर सचिव स्वास्थ्य भूपेन्द्र कौर औलक ने कहा कि गांधी शताब्दी नेत्र चिकित्साय प्रदेश का मात्र ऐसा पहला चिकित्सालय है जिससे लोगों की अधिक अपेक्षाएं है जिससे चिकित्सालय जल्द-2 शुरू होकर लोगों को स्वास्थ्य सेवाऐं दी जा सके।