देहरादून: एक अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक सभी अधिकारी गांव का भ्रमण करेंगे। कम से कम दो दिन गांव में बितायेंगे। अनु सचिव से लेकर मुख्य सचिव तक और ग्राम विकास अधिकारी से लेकर जिलाधिकारी तक गांव भ्रमण करेंगे। गांव भ्रमण के दौरान अधिकारी स्कूल, अस्पताल, सड़क, पानी, बिजली आदि बुनियादी सुविधाओं की स्थिति का मौके पर मुआयना करेंगे।
भ्रमण से लौटकर शासन को रिपोर्ट कर वस्तुस्थिति से अवगत करायेंगे। इसी फीड बैक के आधार पर सरकार प्रदेश के विकास की आगे की रणनीति बनायेगी। जहां जो कमियां पाई जायेंगी, उन्हें दूर किया जायेगा।
मुख्य सचिव राकेश शर्मा ने शुक्रवार को सचिवालय में गांधी, शास्त्री जयंती के अवसर पर शांति, अहिंसा की शपथ दिलाने के बाद राज्य के गांव भ्रमण का संकल्प अधिकारियों को दिलाया। उन्होंने अधिकारियों का आह्वान किया कि वे अपनी सुविधा के अनुसार गांव भ्रमण का कार्यक्रम बनायें। यदि दूर-दराज दुर्गम स्थानों का भ्रमण करना चाहते हैं, तो उन्हें हैलीकाप्टर से ड्राप किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने भ्रमण कार्यक्रम की सूचना संबंधित जिलाधिकारी, एसडीएम व तहसीलदार को भी दे दें।
इससे पहले मुख्य सचिव ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्रों का अनावरण कर पुष्प अर्पित किये। स्कूल के बच्चों ने रामधुन गाया। उपस्थित सभी प्रमुख सचिवों, सचिवों और अन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव ने अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के उपलक्ष्य में दिलाई गई शपथ की मूल भावना के अनुरूप कार्य करने को आह्वान किया। उन्होंने भेदभाव रहित सत्य, न्याय, समर्पण और स्वच्छ भारत की भी याद दिलायी। कहा कि महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री सादगी के प्रतिमूर्ति थे। आज के दिन हमें उनके बतायें मार्ग पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। इसी वजह से गांव भ्रमण का कार्यक्रम बनाया गया है। जिससे अधिकारी आम आादमी से जुड़ सकें। मौके पर जाकर उनकी परेशानी महसूस कर सकें। इससे प्रदेश के विकास का खाका तैयार करने में सहूलियत होगी।