देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान के तहत स्वच्छता व खुले में शौच से मुक्ति के लिए स्कूली बच्चों को शपथ दिलाई। गांधीपार्क में स्वजल परियोजना द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री रावत ने बच्चों सहित वहां उपस्थित सभी लोगो को शपथ दिलाई ‘‘महात्मा गांधी ने जिस भारत का सपना देखा था उसमें सिर्फ राजनैतिक आजादी ही नहीं थी,
बल्कि एक स्वच्छ एवं विकसित देश की कल्पना भी थी। महात्मा गांधी ने गुलामी की जंजीरों को तोड़कर मां भारती को आजाद कराया, अब हमारा कर्तव्य है कि हम सब मिलकर गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करें।
मैं शपथ लेता हूं कि मैं स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहूंगा और उसके लिए समय दूंगा। मैं न गंदगी करूंगा न किसी और को करने दूंगा। सबसे पहले मैं स्वयं से, मेरे परिवार से, मेरे मोहल्ले से, मेरे गांव से एवं मेरे कार्यस्थल से शुरूआत करूंगा।
मैं यह मानता हूं कि दुनिया के जो भी देश स्वच्छ दिखते हैं उसका कारण यह है कि वहां के नागरिक गंदगी नहीं करते और न ही गंदगी होने देते हैं। इस विचार के साथ मैं गांव-गांव और गली-गली स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार करूंगा। मुझे मालूम है कि स्वच्छता की तरफ बढ़ाया गया मेरा एक कदम मेरे समस्त गांव, प्रदेश एवं देश को खुले में शौच मुक्त, स्वच्छ एवं स्वस्थ बनाने में मदद करेगा। ’’
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि गांधीजी सर्वकालिक महामानव थे। आज भारत जिस रूप में दिखता है, वह गांधीजी की ही देन है। गरीबों, पिछड़ों व दलितों के लिए उनके मन में अथाह प्रेम था। आज जब पूरी दुनिया आतंकवाद से ग्रस्त है, गांधी जी का अहिंसा का सिद्धांत ही इससे मुक्ति का एकमात्र रास्ता दिखता है। गांधीजी ने न केवल भारत की आजादी को साकार किया बल्कि उनके अहिंसा के अस्त्र को अपनाकर सौ से भी अधिक देशों ने आजादी पाई। गांधीजी ने हमें राजनीतिक पराधीनता से आजादी दिलाने के साथ ही सामाजिक बुराईयों से भी आजादी दिलाई। उन्होंने स्वच्छता को देश की आजादी के संघर्ष से जोड़ा। इसकी शुरूआत स्वयं से की।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि निर्मल भारत के तहत स्वच्छता के क्षेत्र में बहुत काम हुआ है, अब इसे राष्ट्रीय स्वच्छता मिशन के तहत आगे बढ़ाया जा रहा है। हमने भी राज्य सरकार के स्तर पर बागेश्वर व चमोली को निर्मल जिला बनाने का संकल्प लिया है। नगर पालिकाओं व नगर निकायों के साथ मिलकर स्वच्छता के लिए काम किया जाएगा। हमने यह निर्णय लिया है कि पंचायत चुनावों में जो भी उम्मीदवार बनेंगे, उनके घर में शौचालय होना जरूरी होगा। ग्राम प्रधानों को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि 14 वें विŸा आयोग में मिलने वाले धन का एक भाग का उपयोग वृक्षारोपण व स्वच्छता के लिए किया जाए। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि जो भी सक्षम हैं, वे अपने संसाधनों का कुछ हिस्सा स्वच्छता अभियान में लगाएं। स्वच्छता के सपने को साकार करने के लिए सभी की भागीदारी जरूरी है। आईए हम सब मिलकर स्वच्छता का संकल्प करें ताकि हम कह सकें कि गांधीजी ने स्वच्छ भारत का जो सपना देखा था उसे उŸाराखण्ड ने साकार किया है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने राज्य अभिलेखागार द्वारा गांधीजी पर आधारित अभिलेख प्रदर्शनी की सराहना करते हुए कहा कि यदि सम्भव हुआ तो गांधी पार्क में इसके लिए एक गैलेरी स्थापित की जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि आज हमारे पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 लाल बहादुर शास्त्रीजी की भी जयंति है। वे दिखने में साधारण थे परंतु उनका व्यक्तित्व महान था। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में जय जवान जय किसान का सूत्र देकर देशवासियों में आत्मविश्वास का संचार किया।
महात्मा गांधी व स्व0 लालबहादुर शास्त्री जी की जयंति के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दोनों महापुरूषों को अपनी श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री श्री रावत सबसे पहले राजभवन में आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल हुए। फिर बीजापुर हाउस में आयोजित संक्षिप्त कार्यक्रम मे उन्होने गांधीजी व शास्त्रीजी के चित्रो ंपर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद मुख्यमंत्री श्री रावत ने गांधी पार्क में गांधीजी पर आधारित राज्य अभिलेखागार द्वारा लगाई गई अभिलेख प्रदर्शनी का अवलोकन किया और गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए।