लखनऊ: बाबूगंज स्थित रामाधीन सिंह उत्सव भवन मैदान पर गणेश पूजा की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। कोलकाता के कारीगरों ने 40 दिन में इस कमल के फूलनुमा वातानुकूलित व वाटरप्रूफ पांडाल को कड़ी मेहनत से तैयार किया है। पांडाल करीब 15 हजार वर्ग फीट का वातानुकूलित वाटरप्रूफ है। कोलकाता चंदन नगर की लाइटों से पूरा पांडाल जगमगाएगा। यह जानकारी प्रेस वार्ता में कमेटी के संरक्षक भारत भूषण ने दी।
प्रेसवार्ता में महामंत्री सतीश अग्रवाल ने बताया कि पांडाल में महिलाओं और पुरूषों के बैठने की अलग-अलग व्यवस्था है। श्री दुर्गा जी मंदिर समिति द्वारा जूता-चप्पल रखने की निशुल्क व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के लिहाज से करीब 40 सीसीटीवी कैमरे पूरे परिसर और पार्किंग से लेकर सड़क तक लगाए गए हैं। पुलिस प्रशासन, निजी सिक्योरिटी गार्ड अधिक संख्या में मुस्तैद रहेंगे।
अध्यक्ष राजेश बंसल ने बताया कि प्रसिद्ध शिल्पकार श्रवण प्रजापति द्वारा गंगाजी की मिट्टी से गणपति की लगभग छह फुट उंची मूर्ति तैयार की गई है। पांडाल का 10 करोड़ का इंश्योरेंस है। जिसमें भक्त, भगवान के जेवरात आदि शामिल है।
मंत्री शरद अग्रवाल ने बताया कि स्वागत कक्ष पर एक चिट्ठी व पेन निशुल्क मिलेगा। जिस पर भक्त 108 बार उं गंग गणपते नमः लिखा जाएगा और उसे वहीं जमा करना होगा। गणपति बप्पा की मूर्ति के साथ इन चिट्ठियों को भी विसर्जित कर दिया जाएगा।
गणेश प्रतिमा विसर्जन इस बार भी भूमि में ही होगा। जिससे की गोमती नदी प्रदूषण मुक्त रहे। शीतल पेयजल की व्यवस्था श्री दादी जी मंगल परिवार समिति की ओर से निशुल्क मिलेगा। रोजाना 30 से 35 हजार भक्तों के आने का अनुमान है। जिन्हें रोजाना प्रसाद वितरित होगा।
शहर के प्रतिष्ठित मिष्ठान भंडारों द्वारा भोग हेतु मिठाई प्रतिदिन निशुल्क दी जाएगी। एक भक्त द्वारा 10 दिनों तक भगवान को चढ़ने वाले फल दिए जाएंगे।
पांच थीम पर नृत्य नाटिका का रोजाना मंचन होगा। विकास, आतंकवाद, क्लीन इंडिया, ग्रीन इंडिया, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, अनेकता में एकता। थीम में यह भी रहेगा कि लखनऊ शहर में बप्पा मेट्रो पर सवार होकर आए। गणपति पूजन में शाम के सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम श्री संजय नवीन बंधु कोलकाता व सिद्धू महाराज लखनऊ द्वारा होंगे।
समिति द्वारा इस आयोजन के सफल 10 वर्ष पूरे किए जा चुके हैं। यह 11वां वर्ष है। आरती सुबह नौ बजे से 10 बजे तक चलेगी। दिन भर भक्तों के लिए दरबार खुला रहेगा। पांडाल की पेंटिंग शीशा मुक्त होगी। जिससे भक्तों को नुकसान नहीं होगा। जिला और पुलिस प्रशासन इस बार अग्रसेन घाट पर गणपति बप्पा का भूमि विसर्जन की अनुमति नहीं दे रहा है। प्रशासन दूर-दराज इलाके में विसर्जन की अनुमति के लिए कह रहा है। गणपति बप्पा के भूमि विसर्जन शोभा यात्रा में 10 हजार भक्त हर बार शामिल होते हैं। कहीं दूर विसर्जन की अनुमति मिलने से शोभायात्रा की दूरी लंबी हो जाएगी। जिससे भक्तों और प्रशासन को भी दिक्कत होगी।
प्रेसवार्ता में संरक्षक भारत भूषण गुप्ता, सुरेंद्र अग्रवाल, रमाशंकर वर्मा, घनश्याम अग्रवाल, अध्यक्ष राजेश बंसल, महामंत्री सतीश कुमार अग्रवाल, मंत्री शरद अग्रवाल, मीडिया प्रभारी रवि प्रकाश अग्रवाल मौजूद रहे।
भारत भूषण ने बताया कि यह गणपति पूजन यूपी में सबसे विशाल होता है। सभी आयोजन श्री गणेश प्राकट्य कमेटी की ओर से आयोजित होंगे। पहले दिन मूर्ति स्थापना श्रृंगार एवं पूजन सुबह 9ः30 बजे होगा। श्रृंगार एवं आरती रोजाना सुबह 10 बजे और शाम छह बजे होगा। भजन एवं नृत्य लीलाएं रोजाना शाम सात बजे होगी। 15 सितंबर को सुबह 10 बजे से शोभा यात्रा निकाली जाएगी।
विशेष आकर्षण में छह सितंबर रात आठ बजे गजरा होगा। आठ सितंबर को दोपहर 12 बजे सिन्दूराभिषेक होगा। छप्पन भोग 10 सितंबर की रात आठ बजे से होगा। पाशाकुंश पूजन 11 सितंबर को दोपहर 12 बजे होगा। दूर्वाभिषेक 13 सितंबर को दोपहर 12 बजे से होगा। जबकि 14 सितंबर को दोपहर 12 बजे महाभिषेक और रात आठ बजे महामोदक का आयोजन होगा।
