नई दिल्ली: पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने ऑयल इंडिया लिमिटेड (ओआईएल) और तेल ओएनजीसी के सीएमडी और संकट प्रबंधन टीम तथा अन्य विशेषज्ञों के साथ अमेरिकी ऊर्जा मंत्रालय (डीओई) के वरिष्ठ अधिकारियों और तेल एवं गैस आपदा नियंत्रण से संबंधित अमरीकी विशेषज्ञों के साथ 12 जून 2020 को असम के तिनसुकिया जिले के बागजन में ऑयल इंडिया लिमिटेड के गैस कुएं में गैस रिसाव और उसके बाद भड़की आग पर काबू पाने के बारे में विस्तृत चर्चा की। बैठक में सिंगापुर के विशेषज्ञ भी शामिल हुए।
अमरीकी पक्ष ने अपने देश में इसी तरह के गैस रिसाव से मिलती-जुलती घटनाओं से निपटने के संबंध में अपना अनुभव साझा किया। भारतीय पक्ष ने आग पर काबू पाने के लिए बागजन में जारी प्रयासों के सभी पहलुओं और कुंए से हो रहे रिसाव पर काबू पाने की तैयारियों के बारे में भी बताया, जिनमें आग को फैलने से रोकने के दृष्टिकोण सहित, जल प्रबंधन प्रणाली, मलबे को हटाने, ड्रोन सहित आधुनिक तकनीकों का उपयोग और अंतत: कुंए के रिसाव पर काबू पाने की सुधारात्मक प्रक्रिया शामिल है। अमरीकी डीओई और विशेषज्ञों ने ओआईएल और ओएनजीसी विशेषज्ञों द्वारा अब तक उठाए गए कदमों तथा आग पर काबू पाने और कुएं के रिसाव पर नियंत्रण पाने की योजना का मोटे तौर पर समर्थन किया। दोनों पक्षों ने आने वाले दिनों में फिर से विचारों का आदान-प्रदान करने और कुंए के रिसाव पर काबू पाने की दिशा में हुई प्रगति की भी समीक्षा करने का फैसला किया । ये चर्चाएं वर्तमान में जारी भारत-अमरीका रणनीतिक ऊर्जा साझेदारी के तहत आयोजित की गईं।