लखनऊ: उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री श्री गायत्री प्रसाद प्रजापति ने वर्तमान वित्तीय वर्ष में निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष कम राजस्व वसूली पर मिर्जापुर, फतेहपुर, कौशाम्बी, कानपुर देहात तथा फिरोजाबाद जनपद से सम्बन्धित सम्भागीय परिवहन अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी है और कहा है कि यदि विभागीय अधिकारी राजस्व वसूली में सक्रियता नहीं दिखाते तो ऐसे लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि अधिकारी कार्ययोजना बनाकर जिम्मेदारी के साथ राजस्व वसूली के निर्धारित लक्ष्य को समय से शतप्रतिशत पूरा करें।
परिवहन मंत्री आज यहां गांधी भवन, लखनऊ में परिवहन विभाग के प्रगति कार्यों की समीक्षा कर रहे थें। उन्होंने पाया कि अधिकारियों की उदासीनता के चलते जहां सितम्बर माह के मासिक लक्ष्य 32603 लाख रुपये के सापेक्ष 31062 लाख रुपये की राजस्व वसूली की गई, वहीं क्रमिक लक्ष्य 229188.27 लाख रुपये के सापेक्ष 215349.26 लाख रुपये की राजस्व वसूली हुई तथा वार्षिक लक्ष्य 485900 लाख रुपये के सापेक्ष अब तक महज 215349.26 लाख रुपये की ही राजस्व वसूली हुई। उन्होंने मासिक लक्ष्य के सापेक्ष सबसे अधिक राजस्व प्राप्त करने वाले जनपद शामली, कुशीनगर तथा बदायूँ के अधिकारियों की प्रशंसा भी की। मंत्री ने चालान, बन्द तथा प्रशमन शुल्क वसूली में कमी पर 10 आर0टी0ओ0 (प्रवर्तन) पर भी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग जनता से जुड़ा हुआ विभाग है तथा मा0 मुख्यमंत्री जी की मंशा अनुरूप जनता के हित में काम करना होगा। उन्होंने सड़क सुरक्षा के मद्देनजर दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों को शीघ्र सुधारने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने की हम सभी की जिम्मेदारी बनती है।
परिवहन मंत्री ने जनपद एवं मण्डल स्तरीय सड़क सुरक्षा समितियों की समयानुसार बैठक करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ड्राइविंग लाईसेंस को आवेदक का पूरी तरह से टेस्ट करने के बाद ही निर्गत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि सड़कों पर दौड़ रहे अधिकांश वाहन मानक के अनुरूप हैं कि नहीं इसकी भी जांच की जाय तथा जांच के दौरान यह भी देखा जाय कि चालक के पास जिस वाहन का ड्राविंग लाईसेंस है वह वही वाहन चला रहा है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि मा0 उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश का भी कड़ाई से पालन कराया जाय और कहा है कि जहां कहीं भी वाहनों की नम्बर प्लेट पर नियम विरुद्ध फैन्सी एवं कलात्मक ढंग से लिखे नम्बर तथा वाहन की नम्बर प्लेट पर नाम, पदनाम, सरकारी विभाग, संस्था आदि का नाम लिखा पाया जाय तो ऐसे वाहन चालकों एवं मालिकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाय।
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव परिवहन श्रीमती अराधना शुक्ला, परिवहन आयुक्त श्री के0 रवीन्द्र नायक, विशेष सचिव परिवहन मो0 अखलाक खां, श्री नर्वेद सिंह, अपर परिवहन आयुक्त श्री गंगाफल, श्री भगवान सिंह, श्री विजय कुमार सिंह के साथ प्रदेश के समस्त सम्भागीय एवं सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी उपस्थित थे।