धर्मशाला: उत्तराखंड जर्मन संसद की डिप्टी स्पीकर व जर्मन की वरिष्ठ नेता क्लाउडिया रोथ सोमवार को स्पाइस जेट के विमान से दिल्ली से कांगड़ा एयरपोर्ट पहुंची। क्लाउडिया रोथ ने तय कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को विभिन्न बैठकें की व प्रेस वार्ता भी की। इस दौरान उन्होंने तिब्बतियन सेंटर फॉर ह्यूमन राईट और डेमोक्रेसी के पदाधिकारियों व अन्य के साथ बैठक कर विभिन्न मुददों पर चर्चा की।
मंगलवार को क्लाउडिया रोथ तिब्बतियन नेशनल अप्राईजिंग डेग की 56 वर्षगांठ में बतौर मु यातिथि शिरक्त करेंगी। वह इसी दिन पब्लिक को भी संबोधित करेंगी। तिब्बतियन राष्ट्रीय विद्रोह दिवस पर जर्मन संसद की डिप्टी स्पीकर का यहां पहुंच कर शिरक्त करना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
जर्मन बुंदेस्टॉग की उपाध्यक्ष क्लाउडिया रोथ मंगलवार को तिब्बती गुरू दलाईलामा से भी भेंट करेंगी। इसके अलावा निर्वाचित तिब्बती सरकार के स्पीकर व डिप्टी स्पीकर से भी बैठक करेंगी। इसके अलावा अन्य कार्यक्रम भी हैं, जहां वह शिरक्त करेंगी। 11 मार्च को धर्मशाला से जम्मू के लिए रवाना होंगी। जम्मू एयरपोर्ट से श्रीनगर जाएंगी।
निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रधानमंत्री लोबसॉग सॉग्ये का कहना है कि जर्मन संसद की डिप्टी स्पीकर व जर्मन की सीनियर लीडर तिब्बतियन नेशनल अप्राईजिंग डे पर शिरक्त कर रही हैं। इससे तिब्बती जनता के लिए तिब्बत के अंदर पावर फुल मैसेज जाएगा। क्लाउडिया रोथ का मैक्लोडगंज में आकर इस कार्यक्रम में भाग लेना ह्यूमन राइट को स्पोर्ट करना है।
इससे तिब्बती जनता में यह मैसेज जाएगा कि उनके दोस्त सारे संसार में हैं और तिब्बत में ह्यूमन राईट व स्वतंत्रता को बहाल करने की पैरवी कर रहे हैं। इसके अलावा जर्मन की वरिष्ठ नेता का यहां आना यह भी दर्शाता है कि इंटरनेशनल फोर्म में भी तिब्बत में ह्यूमन राईट व स्वतंत्रता बहाल करने को लेकर आवाज बुलंद की जा सकेगी। तिब्बत की आजादी व तिब्बत में ह्यूमन राइट को बहाल करने के संघर्ष में क्लाउडिया रोथ का यह दौरा काफी महत्वपूर्ण है।
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