देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ‘‘बालिका शिक्षा प्रोत्साहन कार्यक्रम’’ के तहत टाॅपर छात्राओं को कम्प्यूटर टेबलैट प्रदान कर सम्मानित किया। शुक्रवार को न्यू कैंट रोड़ स्थित सीएम आवास में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के जनपद व विकासखण्ड स्तर पर हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में बालिका वर्ग में टाॅप करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड में बदलाव का माध्यम हमारी बेटियां बनेंगी। बेटियों को जितना अच्छा माहौल दिया जाएगा उतना ही अच्छा उनका परफोरमेंस होगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हम वे सभी कदम उठा रहे हैं जिससे बेटियों को पढ़ाई में सुगमता हो। तकनीकी शिक्षा को बालिकोन्मूखी बनाने का प्रयास कर रहे हैं। हमारी योजना कुछ आईटीआई, पाॅलिटेक्नीक को केवल महिलाओं के लिए संचालित करने की है। विपरीत आर्थिक परिस्थितियों के होते हुए भी हम नर्सिंंग, एएनएम, आईटी की शिक्षा के लिए धन की कमी नहीं आने देंगे। आज के कार्यक्रम में दिए जा रहे टेबलेट हमारी प्रतिभावान बेटियों के लिए प्रतीकात्मक उपहार हैं। छात्राएं आईटी का अधिकाधिक उपयोग करके अपने भविष्य को और सुंदर बनाएं।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हम शिक्षण व तकनीकी शिक्षण संस्थानों में नोलेज शेयरिंग का भी काम करेंगें। छात्राओं को कम्पीटीटीव एक्सीलेंस के दौर में निरंतर प्रयास करना होगा। आगे बढ़ने के लिए अवसरों की कमी नहीं है। हमें स्किल हासिल कर इनका लाभ उठाना होगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि अभिभावक अगर बच्चों की तरक्की चाहते हैं तो घरों में अच्छा वातावरण रखने का प्रयास करें और व्यक्तिगत तौर पर बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान दें। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में देरी होने पर सभी छात्राओ ंसे माफी भी मांगी। शिक्षा मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी द्वारा छात्रो को भी टेबलेट दिए जाने के अनुरोध पर उन्होंने इस पर विचार करने की बात कही।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने की इस योजना को मिशन मोड़ में लिया गया है। इसके साथ ही सेनिटेशन जागरूकता का अभियान भी प्रारम्भ किया गया है। इसमें स्कूली छात्राओं को अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने विधायकगणों से भी अपील की है कि काम की महŸाा को समझते हुए अपनी विधायक निधि से 15 -15 लाख रूपए प्रदान करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं भी अपनी विधायक निधि से 25 लाख रूपए इसके लिए प्रदान करेंगे।
शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि टेबलेट पाकर हमारी टेलेंटेड बेटियां आगे और मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित होंगी। प्रदेश की बालिकाओं का बौद्धिक स्तर बहुत ऊंचा है। ड्रग्स व सामाजिक कुरीतियों की समस्या को दूर करने में छात्राएं सक्रिय भूमिका निभाएं।
कार्यक्रम में टेबलेट पाकर छात्राएं बहुत प्रफुल्लित व उत्साहित नजर आ रही थीं। पौड़ी से आई प्रियंका फस्र्वाण ने कहा ‘‘ मुख्यमंत्री जी ने बालिकाओं को प्रोत्साहन की योजना चलाई है, इससे दूर दराज के क्षेत्रों की प्रतिभावान छात्राएं लाभान्वित होंगी और आगे और भी अच्छा करने का प्रेरित होंगी।’’ टिहरी की गुड्डी गुनसोला ने कहा कि ‘‘मुझे बहुत ही खुशी हो रही है। मैं आईएएस बनकर उत्तराखण्ड का नाम रोशन करूंगी।’’ ऊधमसिंहनगर की हेमलता जोशी ने मुख्यमंत्री श्री रावत का आभार जताते हुए कहा कि ‘‘आज यहां सम्मानित होकर आगे बढ़ने का हमारा जज्बा तीन गुना हो गया है।’’ इसी प्रकार नैनीताल की नीरू गुप्ता, चमोली की कविता, थलीसैण की रंजना सहित बहुत सी छात्राओं ने खुशी जाहिर की।
‘‘बालिका शिक्षा प्रोत्साहन कार्यक्रम’’ के तहत वर्ष 2014 व 2015 में बालिका वर्ग पर जिला व ब्लाॅक स्तर पर टाॅप करने पर 314 छात्राओं को टेबलेट दिए गए हैं। उत्तराखण्ड के जनपद स्तर पर हाईस्कूल व इंटरमीडिएट में जबकि विकासखण्ड स्तर इंटर की बोर्ड परीक्षा में टाॅप करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया गया है। प्रत्येक जिले में पहले तीन स्थान पर रहने वाली छात्राओं व प्रत्येक ब्लाॅक में इंटर की टाॅपर छात्रा को सम्मानित किया गया है। टेबलेट में कई उपयोगी एप्लीकेशन भी दिए गए हैं। इनमें इमरजेंसी की स्थिति में प्रयोग करने के लिए वूमेन सिक्योरिटी एप, महिला अधिकारों पर एप, ऑनलाईन लाइब्रेरी एप, सामान्य ज्ञान एप, बेसिक कम्प्यूटर फंडामेंटल्स, एमएस ऑफिस, विकीपीडिया सहित अन्य एप्लीकेशन्स दिए गए हैं।