नई दिल्ली: केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने लोगों से अपील की कि प्लास्टिक के एक बार प्रयोग को छोड़कर देश में प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण में सुधार के लिए सहयोग करें। उन्होंने भरोसा व्यक्त कि विश्व पर्यावरण दिवस 2018 में पर्यावरण संबंधी मुद्दों को गंभीरता से उठाया जाएगा। 5 जून को मनाए जाने वाले विश्व पर्यावरण दिवस से पहले पूर्वावलोकन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्लास्टिक के खिलाफ लड़ाई के लिए किसी बड़े कदम की आवश्यकता नहीं है, बल्कि हमें अपने व्यवहार में पर्यावरण हितेषी छोटे-छोटे परिवर्तन लाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति की पर्यावरण के प्रति सामाजिक जिम्मेदारी है। डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि यह हमारी सामुहिक जिम्मेदारी है कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए पर्यावरण की रक्षा करें। डॉ. हर्ष वर्धन ने मीडिया से अपील की कि वे लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करें। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जो भी विद्यालय प्लास्टिक मुक्त होगा उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। ऐसे स्कूलों को हरित विद्यालय का प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा।
डॉ. हर्ष वर्धन ने बताया कि देश में प्रतिदिन 25,940 टन प्लास्टिक कचरा उत्पन्न होता है, जिसमें से 40 प्रतिशत कचरे को एकत्र नहीं हो पाता है, साथ ही 60 मिलियन टन ठोस कचरा प्रतिवर्ष निकलता है। उन्होंने बताया कि एक प्लास्टिक की बोतल को गलने में 450 से 1000 वर्ष लगते हैं। विश्व पर्यावरण दिवस समारोह नई दिल्ली सहित देश भर में 01 जून, 2018 से लेकर 05 जून, 2018 तक मनाया जाएगा। इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन भी होगा। पर्यावरण दिवस की शुरूआत 5 जून, 1974 को हुई थी।