देहरादून: शहरी विकास मंत्री श्री मदन कौशिक से विधानसभा में नन्ही दुनियां के प्रतिनिधिमण्डल ने शिष्टाचार भेंट की। शहरी विकास मंत्री श्री मदन कौशिक ने बच्चों के साथ बातचीत की व नन्हे-मुन्ने बच्चों को सफलता का आशीर्वाद दिया और नन्ही दुनिया को अनेक वर्षो से बाल कल्याण के क्षेत्र में अनंत योगदान के लिए बधाई व शुभकामनाएं दी।
नन्ही दुनियां (बच्चों एवं उनके हितेषियों का अन्तर्राष्ट्रीय आंदोलन) के 06 बच्चे (दिव्या चैहान, पूर्णिमा कश्यप, खुशी, नेन्सी रावत, सानिया, सुमित) आशु सात्विका गोयल के नेतृत्व में उक्रेन एवं पोलैंड (Ukraine & Poland) Brave Kids International Festival में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
यह महोत्सव 30 मई से 10 जुलाई 2018 तक आयोजित होगा। भारत विकास रत्न से सम्मानित, आशु सत्विका गोयल, युवा सोशल एक्टिविस्ट, जो कि इन नन्हे-मुन्नों को लेकर इस अन्तर्राष्ट्रीय समारोह में शिरकत करेंगी ने बताया कि यह महोत्सव UNESCO एवं Polish Ministry of Cultural Heritage के संरक्षण में संपन्न होगा। जिसका उद्देश्य पूरे विश्व के बच्चों को एक ऐसा मंच प्रदान करना है, जिसमें सभी बच्चे सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से एक दूसरे की संस्कृति को समझें व् सम्मान दें।
नन्ही दुनियां विभिन्न केन्द्रों के माध्यम से पिछले 71 वर्षों से बच्चों, युवाओं एवं महिलाओं के लिए शिक्षा एवं कल्याण हेतु कार्य कर रही है। जमीनी स्तर से जुड़े समाज के वंचित बच्चों को एकीकृत शिक्षा प्रदान कर रही है। नन्ही दुनिया की मुख्य प्रवर्तक श्रीमती किरण उल्फत का कहना है कि बाल सेवा ही हमारा जीवन है तथा कई वर्षो से अनेकों बच्चों के सपनो को हमने साकार होते हुए देखा है। जिसका जीता-जागता उदाहरण आज हमारे समक्ष है। नन्ही दुनियां के नन्हें राजदूत भरेंगे उक्रेन व् पोलैंड में उड़ान। 71 वर्ष पूर्व नन्ही दुनियां का जन्म एक वृक्ष के नीचे बिना किसी आधारित संरचना, विस्तृत योजना के बिना हुआ। केवल एक ही उद्देश्य था की किस प्रकार निस्वार्थ भाव से बच्चों की संवेदनाओं को मूल आकर मिल सके। उन्होंने तहे दिल से सभी को धन्यवाद दिया जो बच्चो के हित के लिए कार्य करते हैं।
कार्यक्रम का संचालन कु.शिवानी खरोला ने नन्ही दुनियां आंदोलन का परिचय से किया कार्यक्रम में विशेष अतिथि कर्नल रवि महरोत्रा, श्री वी.के.गोयल, श्रीमती उर्मिला ठाकुर, प्रखर अग्रवाल और रोहित शुक्ला उपस्थित थे।
युवा सोशल एक्टिविस्ट आशु सात्विका गोयल, जो इन नन्हे-मुन्ने को लेकर अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव में शिरकत करेंगी ने उत्सव के बारे में बताया की हमारे लिए यह गौरवशाली क्षण है। यह 06 बच्चों का समूह भारत का प्रतिनिधित्व करेगा। महोत्सव का मुख्य उद्देश्य है की पूरे विश्व के भिन्न-भिन्न देशो के शरणात्मक समूह को एक मंच प्रदान करना है। देहरादून और देश के लिए इस तरह के एक प्रशंसित अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव में देश, संस्कृति और उनकी कलात्मक प्रतिभा का प्रतिनिधित्व करने वाले बच्चों के लिए एक महान सम्मान है। नन्ही दुनिया विभिन्न केन्द्र के माध्यम से शिक्षा क्षेत्र में बच्चों एवं महिलाओं के उत्थान के लिए पिछले 71 वर्षों से देहरादून में अपनी सेवाएं दे रही हैं। नन्ही दुनिया गरीब पृष्टभूमि से वंचित बच्चों को एकीकृत शिक्षा प्रदान करता है जो बुनियादी शिक्षा का जोखिम नहीं उठा सकते हैं। नन्ही दुनिया के मुख्य उद्देश्य में से एक शांतिपूर्ण सत्त और एकीकृत दुनिया की ओर योगदान करना है, जहाँ सभी जीवित प्राणी सर्वभूमिक सद्भाव में रह सकते हैं और बढ़ सकते हैं।
नन्ही दुनिया के मुख्य प्रवर्तक ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि वे कई सदियों से बाल क्षेत्र में कार्य कर रही हैं, उनका जीवन बच्चों के लिए समर्पित है। अनेकों वर्ष बीतते देखे है जिसमे अनगिनत बच्चे आये और कई सपने साकार होते दिखे। 71 वर्ष पहले नन्ही दुनिया का जन्म एक वृक्ष के निचे बिना किसी आधारिक संरचना, विस्तृत योजना एवं तेजस्वी विचारों के बिना हुआ है सिर्फ एक ही देह था कि किस प्रकार निःस्वार्थ भाव से सेवा की जा सकती है। नन्ही दुनिया का बीजारोपण प्रो. लेख राज उल्फत व श्रीमती साधना उल्फत ने, एक बाल सभा के रूप में किया था। जो की आज ये नन्हा पौधा अनेकों शाखाओं वाला घना वृषक बन गया है। नन्ही दुनिया की राष्ट्र में ही नहीं, अपितु पुरे विश्व में इसकी अपनी ही एक अमित पहचान है। यहाँ पर निरन्तर नवीन विचारों पर नए प्रयोग होते रहते हैं। जिसके कारण विश्व के कई देशों से बुद्धिजीवी एवं शिक्षविद्ध, यहाँ की वास्तविकता से रूबरू होने के लिए आते रहते हैं। विश्व बंधुत्व के विचारो को मानने वाली नन्ही दुनिया, अनेक गतिविधियों द्वारा समाज मे एकता एवं सद्भावना का प्रयास करती रहती हैं। उन्होंने तहे दिल से उन सभी लोगों का धन्यवाद दिया हैं, जो बच्चों को सदैव प्रोत्साहित करते हैं।