नई दिल्ली: अपने आसपास मौजूद समस्याओं को अपनी रचनात्मक सोच और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सुलझाने वाले किशोरों को प्रोत्साहन देने के लिए गूगल ने ‘गूगल साइंस फेयर 2015’ के लिए आवेदन मांगे हैं.
गूगल साइंस फेयर एक ऐसी ऑनलाइन विज्ञान प्रतियोगिता है, जिसमें 13 से 18 साल की उम्र के छात्र विज्ञान से जुड़े अपने प्रोजेक्ट जमा करा सकते हैं. सर्वश्रेष्ठ प्रोजेक्ट के विजेता छात्र को गूगल की ओर से 50 हजार डॉलर का नकद पुरस्कार दिया जाएगा.
गूगल द्वारा नेशनल जियोग्राफिक चैनल, वर्जिन गैलेक्टिक, साइंटिफिक अमेरिकन और लेगो एजुकेशन आदि की साझेदारी से आयोजित कराई जा रही इस प्रतियोगिता में एक ग्रैंड प्राइज के अलावा कई अन्य नकद पुरस्कार भी दिए जाएंगे.
अंतिम रूप से चयनित 20 फाइनलिस्ट को सितंबर में गूगल के कैलिफोर्निया स्थित मुख्यालय माउंटेन व्यू की यात्रा और अंतिम विजेता के चयन समारोह में शिरकत का अवसर मिलेगा. गूगल द्वारा इस प्रतियोगिता के लिए बनाई गई वेबसाइट ‘गूगल साइंस फेयर डॉट कॉम’ पर दी गई जानकारी के अनुसार, आवेदन के इच्छुक छात्र अकेले भी आवेदन कर सकते हैं और एक टीम के रूप में भी. आवेदन के लिए उनके पास गूगल का अकाउंट होना चाहिए. प्रोजेक्ट जमा कराने की अंतिम तिथि 18 मई 2015 है.
वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, आवेदन के इच्छुक छात्र गूगल अकाउंट बनाने के बाद ‘गूगल साइंस फेयर डॉट कॉम’ पर जाकर पंजीकरण करा सकते हैं. पंजीकरण के बाद वे अपने प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर सकते हैं. प्रोजेक्ट को यूट्यूब के दो मिनट के वीडियो या गूगल स्लाइड्स के रूप में जमा कराया जा सकता है. प्रोजेक्ट जमा कराने से पहले आवेदकों को माता-पिता की स्वीकृति वेबसाइट पर दर्ज करानी होगी.
प्रोजेक्ट के विषयों को कुल पांच वर्गों में बांटा गया है. ये वर्ग हैं- नेचुरल साइंसेज, फिजीकल डिजाइन एंड इंजीनियरिंग, प्योर साइंसेज, स्पेस एंड फिजिक्स, कंप्यूटर साइंस एंड मैथेमेटिक्स. इन वर्गों में इनसे संबंधित विषय शामिल किए गए हैं.
इस प्रतियोगिता में वे छात्र आवेदन कर सकते हैं, जिनका जन्म 19 फरवरी 1996 से 18 फरवरी 2002 के बीच या इन दोनों में से किसी एक दिन हुआ है. अगर कोई आवेदक प्रोजेक्ट जमा कराने के लिए दी गई अवधि में 19 साल का हो जाता है, तो भी उसे अयोग्य नहीं घोषित किया जाएगा.
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