देहरादून: मा0 मुख्यमंत्री हरीश रावत के विजन को साकार करने की दिशा में खेल, वन, विधि एवं न्याय मंत्री दिनेश अग्रवाल ने इसकी पहल करते हुए राजकीय बालिका हाईस्कूलों
व राजकीय कन्या इण्टर कालेजों एवं राजकीय सहायता प्राप्त बालिका विद्यालयों में जूडो एवं कराटे प्रशिक्षण दिये जाने की शुरूआत के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी, देहरादून एवं देहरादून के राजकीय बालिका विद्यालयों के प्रधानाचार्यों/प्रधानाध्यापिका ओं की बैठक ली।
बैठक में उन्होंने मुख्यमंत्री की घोषणा को अमलीजाम पहनाने के लिए पायलट प्रोजैक्ट की शुरूआत देहरादून से किये जाने के निर्देश खेल अधिकारी को दिये। उन्होंने देहरादून जनपद के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रो के 10-10 राजकीय इण्टर काॅलेज एवं हाईस्कूलों में आगामी नये सत्र में योजना की शुरूआत करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। प्रशिक्षण के लिए कक्षा 9,10,11, व 12 तक की छात्राओं का चयन किया जायेगा। प्रशिक्षण प्रक्रिया, प्रशिक्षकों की पूर्ति व आवश्यक सामग्री हेतु जुडो और करांटे एसोशिएशन के चेयरमैन सतीश शर्मा व संजीव जागड़ा से शीघ्र प्रस्ताव बनाकर विभागीय अधिकारियों को प्रस्तुत करने को भी कहा।
खेल मंत्री ने प्रशिक्षण के सम्बन्ध में जनपद देहरादून के विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्यों व शिक्षकों से सुझावा आमंत्रित किये। मंत्री जी ने मुख्यमंत्री की इस योजना के दुर्गामी लाभों के बारे में बताते हुए कहा कि पहले चरण की सफलता के बाद राज्य के सभी जिलों को योजना में शामिल कर राज्य की छात्राओं को आत्म रक्षा गुर सिखाये जाने के साथ इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से जहाॅं एक ओर जूडो-कराटे आदि प्रशिक्षकों को रोजगार के अवसर मिलेंगे तो वहीं हमारे यहाॅं प्रशिक्षक भी तैयार होंगे। योजना के तृतीय चरण में पब्लिक स्कूलों को भी शामिल कर छात्राओं को आत्म सुरक्षा और आत्म विश्वास से लैस किया जायेगा। जिससे बेटियों के परिजनों में भी सामाजिक असुरक्षा की भावना कम होगी।
बैठक में उपनिदेशक खेल अजय कुमार अग्रवाल, संयुक्त सचिव खेल लक्ष्मण सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून एस.पी.खाली, क्रीड़ा अधिकारी एस.के.सार्नी, प्रधानाचार्य रा.बा.इ.का. लक्खीबाग श्रीमती नीलम जोशी, प्रधानाचार्य रा.बा.इ.का. ब्रह्यमपुरी श्रीमती विनीता रावत, प्रधानाचार्य रा.बा.इ.का. कारगी श्रीमती हेमवत्ती नौटियाल, प्रधानाध्यापिका रा.क.उ.मा.वि.माजरा समीरा देवली, प्रवक्ता रा.बा.इ.का. लक्खीबाग बलबीर नौटियाल एवं जनपद देहरादून के विभिन्न राजकीय बालिका विद्यालयों के प्रधानाचार्य व शिक्षक मौजूद थे।