लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि महिला सम्मान, सुरक्षा व स्वाभिमान को सरकार प्रोत्साहन दे रही है। सरकार ने महिलाओं की खुशहाली के लिए नए द्वार खोले हैं। महिला स्वावलंबन व सशक्तिकरण के लिए केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध व संकल्पबद्ध है। हर क्षेत्र में महिलाएं देश का परचम लहरा रही हैं। स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हंै। हर क्षेत्र में बेटियों ने अपनी अलग पहचान बनाई है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार महिलाओं की प्रगति का मार्ग प्रशस्त कर रही हंै, महिलाएं समझंे, प्रयास करें और आगे आएं। बेटी-बेटा एक समान उनमंे कोई फर्क न करें। समूहों की हर महिला का नियमानुसार आयुष्मान कार्ड बनाया जाए। समाज में महिलाओं के प्रति विश्वास बढ़ा है।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद के मौर्य ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण का ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से महिलाओं को स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाने की अभिनव प्रयास किए जा रहे हैं। ग्रामीण गरीब महिलाओं को स्वयं सहायता समूह एवं समूह को ग्राम संगठन एवं संकुल स्तरीय संघ के रूप में संगठित कर उन्हें आर्थिक सहायता देकर स्वावलंबी बनाए जाने का कार्य प्रगति पर है। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन का क्रियान्वयन इंसेंटिव रणनीति के अन्तर्गत पूरे प्रदेश में किया जा रहा है।
वर्तमान में मिशन के अंतर्गत 70.56 लाख से अधिक ग्रामीण क्षेत्र की परिवार की महिलाओं को 672153 स्वयं सहायता समूहों 37933 ग्राम संगठनों एवं 2133 संकुल स्तरीय संघों से आच्छादित किया गया है। आजीविका संबंधित गतिविधियों को प्रोत्साहित करने हेतु महिलाओं को वित्तीय समावेशन की दिशा में सतत विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए मिशन निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर है।
मिशन के अंतर्गत 512315 स्वयं सहायता समूहों को रु0 770.17 करोड़ रिवाल्विंग फंड के रूप में और 298951 स्वयं सहायता समूहों को रु0 326.21 करोड़ रुपए की सामुदायिक निवेश निधि के माध्यम से आच्छादित किया जा चुका है। मिशन के अंतर्गत 2.53 लाख स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को सतत आजीविका की दिशा में रू0 2537.75 करोड़ का ऋण उपलब्ध कराया गया है ।
महिला सशक्तिकरण व स्वावलंबन समानता पर आधारित केंद्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए उपमुख्यमंत्री ने बताया कि बेटी -बचाओ, बेटी-पढ़ाओ, उज्जवला योजना में महिलाओं को निशुल्क गैस सिलेंडर, सौभाग्य योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, सुरक्षित मातृत्व योजना, मुद्रा योजना सिलाई मशीन योजना आदि योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि महिला हिंसा के विरुद्ध चलाई जा रही विभिन्न सेवाओं, वुमेन पावर हेल्पलाइन, पुलिस सहायता, साइबर सेल आदि योजनाएं व कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जबसे देश में नरेंद्र मोदी जी की और उत्तर प्रदेश में योगी जी के नेतृत्व में सरकार बनी है, तबसे हर क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित किए गए हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना में महिलाओं के नाम से आवास दिए जाते हैं। महिलाएं यदि घर का काम करती हैं तो देश की सीमा पर भी बेटियां देश की रक्षा भी कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि सम्मान, प्रतिष्ठा और प्यार महिला सशक्तिकरण के आधार हैं। महिलाएं वह आधारशिला हैं, जिसके बिना किसी भी मजबूत परिवार, समाज व देश की परिकल्पना नहीं की जा सकती। इतिहास गवाह है कि महिलाओं ने लगभग सभी क्षेत्रों में अपना परचम लहराया है। राष्ट्र तभी सशक्त बन सकता है, जब उसका हर नागरिक सशक्त हो। इसमें भी महिलाओं की भूमिका ही सबसे आगे है। आज देश में महिलाएं सामाजिक राजनीतिक एवं आर्थिक जीवन में बराबर की भागीदार है। महिलाओं के प्रति किसी भी तरह के भेदभाव दूर करने के लिए कानूनी प्रणाली एवं सामान सामुदायिक प्रक्रिया विकसित की गई है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा बैंक ऋण, बी सी सखी, विद्युत सखी द्वारा लाभांश अर्जन, कर अपने जीविकोपार्जन कर आर्थिक उन्नयन एवं जीवन स्तर में निरंतर सुधार किया जा रहा है, साथ ही टेक होम राशन, आंगनवाड़ी केंद्र के माध्यम से महिला समूह आर्थिक रूप मंे पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं।