लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने समस्त मण्डलायुक्तों, जिलाधिकारियों तथा मुख्य विकास अधिकारियों को प्रदेश के चहुॅमुखी विकास एवं जनता के कल्याण हेतु संचालित की जा रही जनकल्याण कारी योजनाओं, विकास तथा निर्माण कार्यों के क्रियान्वयन में सक्रियता लाने, निर्धारित अवधि मेें पूर्ण करने तथा योजनाओं का सीधा लाभ जन सामान्य को दिलाने के निर्देश दिए है।
शासन ने समस्त विभागों के शीर्ष अधिकारियों को विकास एवं निर्माण कार्यों तथा योजनाओं के सफल क्रियान्वयन की हकीकत का सत्यापन करने के लिए मौके पर जाकर निरीक्षण करने और ग्रामीण क्षेत्रों के भ्रमण के समय वहाॅ पर चैपाल आयोजित करने के भी निर्देश दिए है। विभागों के प्रमुख सचिव/सचिव द्वारा जनपदों एवं ग्रामीण क्षेत्रों के भ्रमण तथा जिला मुख्यालयों पर बैठकों का आयोजन करके विकास कार्यों/योजनाओं के क्रियान्वयन की गहन समीक्षा करने और विकास कार्यो/योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति के सम्बंध में रिर्पोट शासन को उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए गये है। शासन के शीर्ष अफसरों की निरीक्षण एवं समीक्षा की रिपोर्ट का गहन परीक्षण मुख्य सचिव एवं मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा नियमित रूप से किया जा रहा है।
राज्य सरकार ने विकास कार्यों/योजनाओं के क्रियान्वयन में शिथिलता बरतने वाले मण्डल तथा जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों, विभागीय अधिकारियों/अभियंताओं के विरूद्ध कठोर अनुशासनात्मक एवं विभागीय दण्डात्मक कार्रवाई करने की कड़ी चेतावनी दी है। शासन ने विकास कार्यों, योजनाओं तथा निर्माण कार्यों में सक्रियता लाने और निर्धारित अवधि में कार्य को पूरा करने तथा जनहित में कार्य करने में जिन अफसरों ने उल्लेखनीय योगदान दिया है उन्हें प्रशस्ति पत्र देने के साथ उनकी चरित्र पंजिका में भी उत्कृष्ट प्रविष्टि दिए जाने के निर्देश दिए है।
सरकार ने समस्त अधिकारियों को अपने कार्यालयों में निर्धारित समय में उपस्थित रहकर अपने पटल कार्यों को करने के साथ जनता की कठिनाईयों एवं शिकायतों को सुनकर उनका प्रभावी निराकरण कराने के निर्देश दिए है। जनता एवं जनप्रतिनिधियों से अच्छा बर्ताव करने और उनकी हर संभव मदद करने के निर्देश दिए गये है। सभी अधिकारियों/कर्मियों को शासन की मंशा के अनुरूप कार्य शैली में सक्रियता लाने के निर्देश दिए गये है।