केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी तथा जलमार्ग एवं आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने अरुणाचल प्रदेश एवं उत्तर-पूर्व के लोगों से एक मजबूत, समृद्ध नए भारत के निर्माण की यात्रा में शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा कि उत्तर-पूर्व के उत्थान के लिए श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार द्वारा प्रदर्शित की गई पूर्ण तथा अटूट प्रतिबद्धता का परिणाम इस क्षेत्र में स्थायी शांति तथा इसके आर्थिक पुनरुत्थान के रूप में भी सामने आया है। नए भारत के विकास के इंजन के रूप में उत्तर-पूर्व की भूमिका के लिए अरुणाचल प्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण है। श्री सर्बानंद सोनोवाल आज इटानगर में क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान ( आरएआरआई ) का दौरा करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
वर्ष 2014 में सत्ता में आने के बाद से मोदी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए, श्री सोनोवाल ने कहा कि भारत और इसके नागरिकों के लिए समग्र तथा संपूर्ण विकास के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिया गया मंत्र है , ‘ सबका विकास, सबका प्रयास। ‘ इस मंत्र के साथ, सरकार ने हर नागरिक के जीवन का सरल बनाने के लिए अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता पर कार्य करना जारी रखा है। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में, 2.20 लाख से अधिक ग्रामीण परिवारों को जल जीवन मिशन के तहत नल जल कनेक्शन प्राप्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में 34,500 से अधिक घरों के साथ, प्रधानमंत्री आवास योजना ने राज्य के लोगों को एक आश्रय प्राप्त करने में सहायता की है जिसे वे अपना घर कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के जरुरतमंद लोगों के लिए उज्ज्वला योजना के तहत 48,000 से अधिक एलपीजी कनेक्शन दिए गए। उन्होंने बताया कि सरकार अपने कल्याणकारी कार्यक्रमों के माध्यम से नागरिकों के जीवन को आरामदायक और सम्मानजनक बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
भारत के विकास के नए इंजन के रूप में उत्तर-पूर्व की भूमिका को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों के दौरान उत्तर-पूर्व के भीतर कनेक्टिविटी अत्यधिक प्रभावी हो गई है। उन्होंने कहा कि उत्तर-पूर्व तथा इसके राज्यों में राज्यों के भीतर तथा अन्य राज्यों के साथ क्षेत्रीय कनेक्टिविटी का निर्माण करने के केंद्रीकृत दृष्टिकोण ने लॉजिस्ट्क्सि तथा परिवहन को बढ़ावा दिया है। श्री सोनोवाल ने कहा कि उड़ान जैसी योजनाओं ने उत्तर-पूर्व के लोगों की आकांक्षाओं को पंख लगा दिए हैं। मेड इन इंडिया ड्रोनियर हवाई जहाजों का उपयोग करते हुए असम तथा अरुणाचल प्रदेश के बीच पहली वाणिज्यिक उड़ानें इस क्षेत्र में एक विशाल कदम है। उन्होंने कहा कि उड़ानें डिब्रुगढ़-पासीघाट तथा तेजृ-लिलाबारी सेक्टरों को कनेक्ट करती हैं। ब्रह्मपुत्र नदी पर लंबे समय से लंबित बोगीबील पुल तथा ढोला सादिया पुल को पूरा करने के लिए बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाएं, इंफाल-जिरिबाम लाइन में दुनिया की सबसे ऊंची गिरडर रेल पुल का वर्तमान में जारी निर्माण, अरुणाचल प्रदेश तथा उत्तर-पूर्व के भीतर बनी हुई सड़कों की रिकॉर्ड लंबाई या क्षेत्र की आर्थिक तथा व्यावसायिक क्षमता को बढ़ावा देने के लिए जल मार्ग परिवहन को पुनर्जीवित किया जाना, ये सभी क्रांतिकारी कनेक्टिविटी के प्रमाण हैं जिसकी आकांक्षा लंबे समय से लोगों के दिलों में थी। केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों तथा इटानगर के लोगों के साथ आरआरआई के परिसर के भीतर एक स्वच्छता कार्यक्रम में भी भाग लिया।