हर संकट को अवसर में बदला जा सकता है, जैसे-कोविड-19 को बदला गया। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और वस्त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने बंगलुरू में हुए ईटी स्टार्टअप अवार्ड्स में कहा कि कोविड-19 एक बड़ा संकट है और ‘सदी के सबसे बड़े संकट’ को एक अवसर में बदल दिया गया, जिस दौरान हमारे लड़के और लड़कियां समस्याओं के नवीन समाधान लेकर आए।
श्री गोयल ने कहा कि इसी तरह मौजूदा युद्ध संकट में कई अवसर खोजे जा सकते हैं। मौजूदा यूक्रेन-रूस संकट हम लोगों को सचेत करने वाली घटना है कि कच्चे तेल और रक्षा उपकरणों के लिए किसी पर निर्भर नहीं होना चाहिए। उन्होंने स्टार्टअप्स से भारत को ऊर्जा आवश्यकताओं के लिए आत्मनिर्भर बनने में सहायता करने के लिए कहा। कुछ स्टार्टअप्स रक्षा उपकरणों के स्वीदेशीकरण के लिए नए तरीकों पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान हालात आत्मनिर्भर भारत पहल से 8 साल पहले शुरू हुए मेक इन इंडिया कार्यक्रम और कोविड-19 के परिणाम, सब कुछ मिलकर भारत को विकास की राह पर ले जाने में सहायता कर रहे हैं। ईटी के कार्यकारी संपादक श्री बोधिसत्व गांगुली के साथ संवाद के दौरान श्री गोयल ने कई उदाहरण गिनाए जहां स्टार्टअप्स समस्याओं के समाधान के लिए समाधान उपलब्ध करा सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार उनकी आवश्यकताओं को सुन रही है और उसके दरवाजे 24×7 खुले हुए हैं।
बंगलुरू की यातायात की समस्या का उल्लेख करते हुए श्री गोयल ने स्टार्टअप्स के यातायात को सुगम बनाने के लिए समाधान खोजने के लिए कहा।
कल रात हुए समारोह के दौरान संवाद सत्र से पहले, रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने पुरस्कार वितरित किए और उपस्थित लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर नीति स्टार्टअप्स को समर्थन उपलब्ध कराती है।
इकोनॉमिक टाइम्स स्टार्टअप पुरस्कार नौ श्रेणियों- स्टार्टअप ऑफ द ईयर, मिडास टच, वुमेन अहेड, कमबैक किड, बेस्ट ऑन कैम्पस, सोशल एंटरप्राइज, टॉप इनोवेटर, बूट्स ट्रैप कैम्प और कोविड-लेड बिजनेस ट्रांसफॉर्मेशन में प्रस्तुत किए गए।