लखनऊ: उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से किये जा रहे तमाम प्रयासों में आज एक और कदम उठाया गया। उत्तर प्रदेश सरकार व सेंटर फॉर डेवलपमेंट एंड एडवांस्ड कंप्यूटिंग (ब्क्।ब्द्ध के बीच ड्रग एंड वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम (क्टक्डै) को प्रदेश में क्रियान्वित करने के लिए समझौता ज्ञापन (डवन्) पर आज हस्ताक्षर किये गए.। जनपथ स्थित प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) के कार्यालय में आयोजित बैठक में प्रदेश सरकार की ओर से संयुक्त सचिव, चिकित्सा, स्वास्थय व परिवार कल्याण, श्री आर एन सिंह व श्री वी के शर्मा, निदेशक, सीडैक, ने हस्ताक्षर किये। सीडैक का प्रतिनिधित्व वहां के संयुक्त निदेशक राजीव यादव ने किया। इस सॉफ्टवेयर के क्रियान्वयन को सरकारी अस्पतालों में दवाओं की कमी को पूरा करने के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण व जरूरी कदम के तौर पर देखा जा रहा है.।
आने वाले कुछ महीनों में इससे जुड़े प्रशिक्षण भी पूरे कर लिए जायेंगे ताकि जल्द से जल्द क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके। इस अवसर पर प्रमुख सचिव, स्वास्थय व परिवार कल्याण, श्री अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि “लोगों को निःशुल्क दवाएं उपलब्ध कराना शासन की महत्वाकांक्षी योजना है। इस प्रणाली से शासन की नीति को प्रभावी ढंग से लागू करने व इसकी समीक्षा करने में मदद मिलेगी. उन्होने कहा कि सीडैक एक विश्वसनीय व प्रमाणित संस्था है। इस सॉफ्टवेर के जरिये हमें प्रदेश में हमें स्वास्थ्य के क्षेत्र में आपूर्ति व प्रदर्शन को बेहतर करने में मदद मिलेगी”. ।
प्रमुख सचिव ने कहा कि क्रियान्वयन के बाद इस प्रणाली के जरिये लोगों तक औषधियों के वितरण की निगरानी करने में मदद मिलेगी। वर्तमान में जिले स्तर पर इस कार्य के लिए ड्रग, प्रोक्योरमेंट एंड इन्वेंटरी कण्ट्रोल सिस्टम (क्च्प्ब्ै)नाम के सॉफ्टवेयर को उत्तर प्रदेश हेल्थ स्त्रेंदेनिंग प्रोजेक्ट (न्च्भ्ैैच्) के सहयोग से विकसित किया गया है। इस प्रणाली के जरिये मांग की सही समय पर जानकारी, गुणवत्ता नियंत्रण,रखरखाव व वितरण से जुडी तमाम प्रणालियों व जानकारियों को सुदृढ़ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी जानकारियों को ऑनलाइन उपलब्ध करवाने से हर स्वास्थ्य इकाई में औषधियों से जुड़ी जानकारियाँ अधिक पारदर्शिता व आसानी से उपलब्ध होंगी. इसके साथ ही विश्वसनीयता को बढ़ावा भी मिलेगा। इसके लिए अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल होगा जिससे समय के साथ साथ सही अपडेट भी मिलते रहें।ं प्रमुख सचिव ने ड्रग एंड वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट प्रणाली में एक मोबाइल एप भी है, जिसे समय के साथ साथ सूची प्रबंधन की निगरानी करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता हैं।
सीडैक के संयुक्त निदेशक, राजीव यादव ने आशा व्यक्त करते हुए कहा, कि हमने 10 राज्यों में इस प्रणाली का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया है.। हमें उम्मीद है कि हमारे अनुभव उत्तर प्रदेश में इस व्यवस्था को असरदार तरीके से लागू करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि ड्रग एंड वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम के अंतर्गत ‘ई- औषधि’ प्रोजेक्ट के जरिये सीडैक उत्तर प्रदेश सरकार को औषधियों की आपूर्ति श्रंखला को मजबूत करेगा। इसके साथ ही एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, ऑनसाईट परियोजना प्रबंधन इकाई व प्रशिक्षण सेवायें सुगमता से उपलब्ध करा सकेगा। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी पर आधारित इस कार्यक्रम का क्रियान्वयन 15 दिसंबर 2016 से शुरू हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि ड्रग एंड वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम की व्यवस्था 10 राज्यों में लागू हो चुकी है तथा 6 अन्य राज्यों में इसकी शुरुआत की जा रही है.।
बैठक में सर्वश्री आलोक कुमार, मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, विकास गोठलवाल अधिशाषी निदेशक, विशेष सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य श्री बी0एन0 सिंह , महानिदेशक श्री सुनील श्रीवास्तव, महानिदेशक परिवार कल्याण डा0 सत्य मित्र सहित चिकत्सा चिवभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।