भारत सरकार कोविड-19 महामारी का पूरी दृढ़ता के साथ मुक़ाबला कर रही है। टीकाकरण, कोविड से मुक़ाबले में भारत सरकार की 5 बिन्दु की रणनीति का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। अन्य चार बिन्दुओं में टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट और कोविड उपयुक्त व्यवहार शामिल हैं।
1 मई, 2021 से कोविड-19 टीकाकरण के तीसरे चरण को और प्रभावी तथा उदार स्वरूप में देश भर में क्रियान्वित किया जाएगा। इस चरण के अंतर्गत जिस आयु वर्ग के लोगों को टीकाकरण का पात्र बनाया गया है, उनके लिए पंजीकरण की प्रक्रिया आज (28 अप्रैल, 2021) शाम 4 बजे से शुरू हो रही है। लाभार्थी कोविन पोर्टल (cowin.gov.in) या आरोग्य सेतु ऐप पर टीकाकरण के लिए स्वतः पंजीकरण करा सकते हैं।
भारत सरकार ने अब तक राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को कोविड रोधी टीके की लगभग 16 करोड़ (15,95,96,140) ख़ुराकें निःशुल्क उपलब्ध कराई हैं। इसमें से बर्बादी सहित 14,89,76,248 ख़ुराकों का उपयोग किया जा चुका है।
राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के पास इस समय कोविड रोधी टीके की एक करोड़ से अधिक (1,06,19,892) खुराक उपलब्ध है, जिसका इस्तेमाल किया जाना है।
राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अगले 3 दिनों में 57 लाख से अधिक (57,70,000) अतिरिक्त ख़ुराकें उपलब्ध कराई जाएंगी।
हाल ही में मीडिया में महाराष्ट्र राज्य सरकार के कुछ सरकारी अधिकारियों के हवाले से खबरें आ रही थीं कि राज्य में टीके समाप्त हो गये हैं, जिससे टीकाकरण अभियान पर विपरीत असर पड़ रहा है। यह स्पष्ट किया गया है कि महाराष्ट्र को 28 अप्रैल, 2021 की सुबह 8 बजे तक 1,58,62,470 टीके उपलब्ध कराये गए। इसमें से 1,53,56,151 टीके लाभार्थियों को लगाए गए हैं जिसमें (0.22%) टीकों की बर्बादी भी शामिल है। महाराष्ट्र के पास अभी भी टीके की 5,06,319 खुराक उपलब्ध हैं जिन्हें पात्र लोगों को लगाया जाना है।
इसके अतिरिक्त अगले 3 दिनों में राज्य को कोविड रोधी टीकों की 5,00,000 खुराक सौंपी जानी है।