नई दिल्ली: भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय (एमओसीए) में सचिव की अध्यक्षता में गठित ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों पर संचालन समिति की बैठक आज हुई, जिसमें चार नवीन हवाई अड्डा परियोजनाओं पर विचार किया गया। समिति ने आंध्र प्रदेश अर्थात भोगापुरम, डागादर्थी (नेल्लोर) और ओर्वाकल्लू (कुरनूल) में तीन परियोजनाओं को ‘सैद्धांतिक’ मंजूरी देने की सिफारिश की। समिति ने तेलंगाना में कोठागुडम परियोजना को ‘साइट क्लीयरेंस’ देने की सिफारिश भी की।
भोगापुरम में नया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 2200 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पीपीपी मोड के तहत राज्य सरकार द्वारा विकसित किया जाएगा, जो आरंभिक चरण में हर साल 6.3 मिलियन यात्रियों को अपनी सेवाएं प्रदान करने में समर्थ होगा।
आंध्र प्रदेश में अन्य दो हवाई अड्डों को 88-88 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से नो-फ्रिल घरेलू हवाई अड्डों के रूप में विकसित किया जाएगा। डागादर्थी हवाई अड्डा परियोजना को पीपीपी मोड के तहत विकसित किया जाएगा, जबकि ओर्वाकल्लू हवाई अड्डा परियोजना को स्वयं राज्य सरकार द्वारा ही विकसित किया जाएगा।
संचालन समिति ने तेलंगाना के कोठागुडम में नवीन ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा परियोजना को ‘साइट क्लीयरेंस’ देने की भी सिफारिश की है। इसके साथ ही तेलंगाना को हैदराबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के अलावा एक अन्य ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा भी हासिल हो रहा है। इन मंजूरियों से आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना के नव निर्मित राज्यों में विमानन से जुड़ी बुनियादी सुविधाओं का और ज्यादा विस्तार होने की उम्मीद है। यही नहीं, इन मंजूरियों से भारत सरकार द्वारा हाल ही में घोषित क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना को भी काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।