नई दिल्ली: लोकसभा में बुधवार को गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स(जीएसटी) बिल के दौरान सत्ताधारी भाजपा को शर्मसार होना पड़ा। इस बिल पर वोटिंग के दौरान भाजपा के 12 सांसदों ने एक नियम के खिलाफ वोट डाल दिया। बिल के क्लॉज-2 पर वोटिंग के दौरान इन सांसदों ने हरे के बजाय लाल बटन दबा दिया।
इसके बाद इस बिल को पास कराने का नेतृत्व कर रहे केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने संसदीय कार्य मंत्री राजीव प्रताप रूडी से बात की। बाद में रूडी ने विरोध में मत डालने वाले पार्टी सांसदों से बात की। परेशान रूडी अपने साथी सांसदों को वोटिंग को लेकर निर्देश देते दिखाई दिए। जेटली ने इस बारे में स्पीकर सुमित्रा महाजन से कहाकि इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम सही तरीके से काम नहीं कर रहा है। इसलिए या तो दुबारा से मतदान हो या फिर पर्ची के जरिए वोट लिए जाए।
विपक्ष ने इस पर विरोध जताया और कहाकि यह सही नहीं है। आप ऎसा नहीं कर सकते। हम इसका विरोध करते हैं। लेकिन महाजन ने जेटली की बात मान ली और दुबारा से वोटिंग कराई। दुबारा मतदान में विरोध में आए वोटों की संख्या 24 से घटकर पांच रह गई और समर्थन वाले वोटों की संख्या 264 से 354 हो गई। दोबारा मतदान में 297 के बजाय 364 सदस्यों ने वोट डाला।