लखनऊ: प्रदेश हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मंत्री श्री सत्यदेव पचैरी ने कहा कि राज्य में हथकरघा विकास कार्यक्रमों को गति देने के लिए राज्य सरकार संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि यू0पी0 हैण्डलूम को हथकरघा निदेशालय में समाहित करने के लिए विभागीय अधिकारियों को प्रस्ताव उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा निगम के कर्मी जब हथकरघा निदेशालय में मर्ज हो जायेंगे, तो उनकी वेतनमान सहित अनेक कठिनाइयों का समाधान त्वरित गति से हो सकेगा। उन्होंने कहा कि मनोरंजन कर विभाग को वाणिज्य कर विभाग में मर्ज किया गया है, उसी तर्ज पर हैण्डलूम कारपोरेशन को भी मर्ज करने पर विचार किया जा सकता है।
श्री पचैरी आज विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि हैण्डलूम उद्योग को नया जीवन मिले इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं और यू0पी0 हैण्डलूम को घाटे से उबारने के लिए भी प्रभावी कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को हैण्डलूम की ब्रिकी को बढ़ाने के लिए अधिकारियों को समन्वय से काम करने पर विशेष बल देते हुए कहा कि हैण्डलूम को ओ0डी0ओ0पी0 जोड़ने के लिए कार्ययोजना तैयार की जाय। उन्होंने कहा कि हैण्डलूम के शोरूम में पीपीपी के आधार पर ओ0डी0ओ0पी0 का एक काउन्टर भी स्थापित किया जाय।
हथकरघा मंत्री ने कहा कि हैण्डलूम के पास लगभग 500 से 700 करोड़ रुपये की प्रापर्टी है, फिर भी हथकरघा निगम के अधिकांश शोरूम घाटे में हैं। उन्होंने कहा कि काफी अरसे से घाटे में चल रहे 25 शोरूम को बंद करने की कार्यवाही की जा रही है। यह शोरूम किराये के भवन में है और वहां पर कोई कर्मचारी भी तैनात नहीं है। अनावश्यक रूप से भवन के किराये का बोझ सरकार पर पड़ रहा है। इससे लम्बित देनदारियां खत्म होंगी और वर्तमान में बढ़ रही देनदारियों पर भी अंकुश लग सकेगा।
श्री पचैरी ने अधिकारियों को हथकरघा उत्पादों के बिक्री के लक्ष्य कों इस वर्ष दोगुना करने के निर्देश देते हुए कहा कि बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए अभी से लक्ष्य तय कर लिए जायं। उन्होंने हैण्डलूम की बिक्री में इजाफा करने के लिए नान टेक्सटाइल्स आइटम को जोड़ने पर बल दिया। उन्होंने क्रेताओं को भी हैण्डलूम स्टालों पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों की जिम्मेदारी कार्यकुशलता के आधार पर तय करने के निर्देश दिए।
राज्य हथकरघा निगम के प्रबंध निदेशक श्री सुखलाल भारती ने हथकरघा निगम द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि निगम अपने शोरूमों को बेहतर ढंग से संचालित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि निगम के 13 बिक्री केन्द्र लाभ में चल रहे हैं। इसके साथ ही मामूली हानि में चल रहे 20 बिक्री केन्द्रों को और बेहतर बनाया जा रहा है, ताकि यह भी लाभ में जल्द आ सकें। उन्होंने बैठक में आश्वस्त किया कि निगम पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष अपनी बिक्री को दोगुना करने के लिए सम्भव प्रयास करेगा।