हरिद्वार: प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज हरिद्वार क्षेत्र के लालढांग-रसूलपुर-मीठीबेरी के मध्य रवासन नदी पर 1916.42 लाख रूपये की लागत से 300 मीटर स्पान आर0सी0सी0 प्रीस्ट्रेस्ट डबल लेन सेतु का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि यह पुल इस क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगा। क्षेत्र के विकास में यह सतत लाभदायक होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि रवासन नदी पर छोटा बंधा बनाने के लिए सिंचाई विभाग को आंकलन करने को कहा गया है, जिसके बनने से स्थानीय लोगों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हर वर्ग तथा समुदाय के लोगों के विकास के लिए निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। वन गूजरों, आपदा पीड़ितों को मुख्यधारा में लाने का कार्य सरकार कर रही है। कहा कि सरकार द्वारा पट्टा धारकों को मालिकाना हक दिया जा रहा है।
श्री रावत ने कहा कि केन्द्र द्वारा आर्थिक सहायता न दिये जाने के बावजूद उत्तराखण्ड सरकार द्वारा सीमित साधनों के साथ सफलतापूर्वक अर्द्धकुंभ का आयोजन किया गया। अर्द्धकुंभ में अधिकतर स्थायी प्रकृति के कार्य किये गये जिसका लाभ आने वाले समय में भी मिलता रहेगा। सरकार द्वारा सफलतापूर्वक बद्रीनाथ तथा केदारनाथ की यात्रा शुरू की गयी, कांवड यात्रा के दौरान 3 करोड़ से ज्यादा यात्रियों ने प्रदेश में यात्रा की। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड विकास के पथ पर अग्रसर है तथा देश के प्रथम छः राज्यों में से एक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा 30 हजार नई भर्ती की जा रही है। जिसके अंतर्गत अबतक लगभग 16 हजार से ज्यादा भर्तियां की जा चुकी हैं तथा शेष की प्रक्रिया जारी है। महिला सशक्तिकरण पर विशेष बल दिया जा रहा है, जिसके अंतर्गत पुलिस विभाग में 1000 से ज्यादा महिला कर्मियों की भर्ती की गई हैं। महिला स्वयं सहायता समूहों को 5 हजार रूपये की आर्थिक सहायता सरकार द्वारा दी जाएगी। महिला उद्यमियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने वेतन विसंगतियों को दूर करने के लिए एक कमिटी गठित की है, जल्द ही वेतन विसंगति दूर की जाएगी।
इस अवसर पर पूर्व विधायक अम्बरीष कुमार, सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष किरणपाल बाल्मीकि, अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव अनुपमा रावत, राजेन्द्र चैधरी, जिला पंचायत सदस्य सुखविन्दर कौर, गुरजीत सिंह लहरी, जिलाधिकारी हरबंस सिंह चुघ, एस.एस.पी. राजीव स्वरूप, एडीएम प्रशासन जीवन सिंह नागन्याल, एसडीएम प्रत्युष सिंह, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग हरिद्वार श्रीकांत शर्मा इत्यादि उपस्थित थे।