हरिद्वार: प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरिद्वार क्षेत्र में वर्षा से हुए नुकसान का विभिन्न क्षेत्रों का निरीक्षण कर जायजा लिया। पथरी पावर हाउस, ज्वालापुर एवं चन्द्राचार्य चैक के भ्रमण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को जल निकासी का उचित प्रबन्ध करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत कर विभिन्न क्षेत्रों बारिस से हुई क्षति के बारे में जानकारी ली।
वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के पश्चात मुख्यमंत्री ने होटल लक्ष्य में अधिकारियों से साथ प्रभावित क्षेत्रों की समस्याओं से निपटने के लिए बैठक ली। उन्होंने कहा कि बारिस से जनपद में जिन-जिन क्षेत्रों में नुकसान हुआ है, उसकी वीडियोग्राफी की जाए। ताकि नुकसान का सही तरीके से आंकलन किया जा सके। उन्होंने सभी इंजिनियरिंग डिपार्टमेंट, कृषि विभाग एवं उद्यान विभाग को बारिस से हुई कृषि, उद्यान आदि की भी वीडियोंग्राफी करने के निर्देश दिये। वर्षा से फसल एवं पशु नुकसान का पूरी डिटेल रखने को कहा। वाटर लाॅगिंग वाले क्षेत्रों में जल निकासी का उचित प्रबन्ध करने के निर्देश दिये। कहा कि पानी निकासी के लिए सिस्टम डेवलप किया जाए। श्री रावत ने कहा कि गंगा के किनारे एवं सोलानी के किनारे बसे गांवों मं सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए सैक्टर एवं सब सैक्टर बनाने जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीने के पानी की सभी जगह टेस्टिंग अवश्य करवायें। उन्होंने डेंगू से बचाव के लिए नगर निगम को लोगों को सतर्क करने एवं सभी व्यवस्थाओं को दुरस्त रखने को कहा। स्वास्थ्य विभाग को दवाइयों की उचित व्यवस्था रखने के निर्देश दिये। सींचाई एवं लोक निर्माण विभाग को पूलों के निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने पुलों के निर्माण की धीमी गति के कारण रास्ता न खुलने पर नाराजगी जताई।
इससे पूर्व श्री रावत ने सी.सी.आर. परिसर में तमिल के महान संत और कवि तिरूवल्लुवर की प्रतिमा की स्थापना के लिए भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि प्रयास किया जायेगा कि अगस्त के प्रथम सप्ताह में प्रतिमा का विधिवत अनावरण हो। मुख्यमंत्री ने कहा की मूर्ति स्थापना के लिए उपयुक्त स्थान के चयन के लिए तमिल समुदाय के लोगों से बात की गई एवं सबकी सलाह पर स्थान का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि संत तिरूवल्लुवर के नाम पर पार्क बनाया जायेगा।
इस अवसर पर विधायक हरिदास, पूर्व विधायक अम्बरीश कुमार, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रहमचारी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष राव अफाक अली, अंशुल श्रीकुंज, मुख्यमंत्री के ओ.एस.डी. पुरूषोत्तम शर्मा, जिलाधिकारी हरबंस सिंह चुघ, एस.एस.पी. राजीव स्वरूप, सी.डी.ओ. सोनिका, ए.डी.एम. प्रशासन जे. एस. नगन्याल, ए.डी.एम. वित्त अभिषेक त्रिपाठी एवं सम्बन्धि विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।