हरिद्वार: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरिपुर कला हरिद्वार में हरिसेवा आश्रम ट्रस्ट के वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य में सन्त सम्मेलन के
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग करते हुए द्वीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य के विकास में संतों का मागदर्शन हमेशा रहता है। जल संकट की समस्या हमारे सामने प्रमुख समस्या बनी हुई है। इसके लिये सरकार निरन्तर प्रयासरत है। जल प्रवाह को बनाये रखने के लिए हमें विभिन्न तरीकों से पानी का संचय करना होगा। जल संरक्षण के लिए राज्य सरकार और अधिक प्रयास कर सके इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री से इस सम्बन्ध में मदद के लिए अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में इस समय धार्मिक स्थलों बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, हेमकुंड साहिब में श्रद्धालू बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। यह यात्रा मानव सभ्यता एवं हमारे धर्मों की धरोहर है। राज्य सरकार सीमित संसाधन होने के बाबजूद भी इन धार्मिक स्थलों के विकास एवं श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु प्रयासरत है। सरकार आने वाले कुम्भ तक हरिद्वार में स्थाई प्रकृति को कार्यों को निरन्तर करती रहेगी।
इस अवसर पर विधायक ममता राकेश, मेयर मनोज गर्ग, महन्त महेश्वर दास महाराज, स्वामी हरिचेतनानन्द महाराज, सच्चिदानन्द महाराज, सुरेन्द्र पुरी महाराज, सत्य मित्रानन्द महाराज, स्वामी बालकानन्द महाराज, अच्च्युतानन्द महाराज, स्वामी भगवत स्वरूप, स्वामी चिदानन्द जी महाराज, महन्त मोहनदास, महन्त कमल दास, महन्त शिवशंकर गिरी, महन्त विनोद गिरी, सतपाल ब्रहमचारी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष राव अफाक अली, जिला पंचायत सदस्य सुबोध राकेश, ओ.एस.डी. मुख्यमंत्री पुरूषोत्तम शर्मा आदि उपस्थित थे।