नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश में 6 लेन के पूर्वी बाह्य परिधि एक्सप्रेसवे (राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या एनई-II) को बनाने की मंजूरी दे दी है।
इसे बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास और पुनरूद्धार और अन्य पूर्व निर्माण गतिविधियों पर होने वाले 1795.20 करोड़ रुपयों के खर्च सहित 7558 करोड़ रुपये की लागत आएगी। सड़क की कुल लम्बाई करीब 135 किलोमीटर होगी। यह कार्य इंजीनियरिंग, सरकारी खरीद और निर्माण (ईपीसी) आधार पर होगा।
क्र.सं. | परियोजना का नाम | लम्बाई(किमी. में) | निर्माण लागत (एलए, आर और आर तथा पूर्व निर्माण को छोड़कर) (करोड़ रु. में) | सेंटा–जेस की लागत(करोड़ रु. में) | एलए, आर और आर तथा पूर्व निर्माण की अनुमानित लागत* (करोड़ रु. में) | कुल पूंजीगत लागत(करोड़ रु. में) |
1. | छह लेन के पूर्वी बाह्य परिधि एक्सप्रेसवे का विकास (राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या एनई-II) 0.00 किमी. से 135 किमी. तक (राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-1 पर 36.083 किमी. से शुरू होकर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-2 पर 64.330 किमी. पर समाप्त)निम्नलिखित पैकेज में ईपीसी डिलीवरी मोड पर हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्यों में- | |||||
पैकेज-I (किमी.1-22) | 21 | 771.18 | 191.24 |
1795.20 |
7558.30 |
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पैकेज-II (किमी. 22-46.50) | 24.5 | 785.78 | 194.87 | |||
पैकेज-III (किमी. 46.50 – 71) | 24.5 | 788.51 | 195.55 | |||
पैकेज-IV (किमी. 71-93) | 22 | 789.31 | 195.74 | |||
पैकेज-V (किमी. 93 -114) | 21 | 664.53 | 164.80 | |||
पैकेज-VI (किमी. 114 – 136) | 22 | 768.56 | 190.60 | |||
टोल उपकरणों, सड़क के किनारे सुविधाओं आदि की लागत | 50 | 12.40 | ||||
कुल योग | 135 | 4617.87 | 1145.20 |
परियोजना का मुख्य उद्देश्य हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्यों में बुनियादी ढांचे के सुधार में तेजी लाना है। यह सड़क दिल्ली के आसपास बाहरी परिधि में बनाई जाएगी ताकि जिन गाडि़यों को दिल्ली में नहीं ठहरना है वह शहर के बीच से नहीं गुजरें। इस विस्तार से राज्य के संबद्ध क्षेत्रों की सामाजिक, आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद मिलेगी और परियोजना गतिविधियों के लिए स्थानीय श्रमिकों के लिए रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी।