देहरादून: एचसीएल का अर्ली कॅरियर प्रोग्राम टेकबी एक कार्य-एकीकृत उच्च शिक्षा कार्यक्रम है, जो सरकार के ‘‘स्किल इंडिया’’ मिशन में योगदान देता है। 10+2 स्टूडेन्ट्स के लिये एचसीएल की नई पीपुल स्ट्रैटेजी के हिस्से के तौर पर यह स्टूडेन्ट्स को भविष्य के लिये तैयार कुशलताओं से सुसज्जित कर आईटी इंजिनियरिंग जॉब्स की पेशकश करता है। यह कार्यक्रम स्टूडेन्ट्स को एचसीएल में एंट्री-लेवल आईटी जॉब्स के लिये तकनीकी और पेशेवर रूप से तैयार करता है। सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिये अभ्यर्थी 12 महीनों के गहन प्रशिक्षण से गुजरते हैं। एचसीएल में काम करते हुए स्टूडेन्ट्स ग्रेजुएशन डिग्री प्रोग्राम में एनरोल भी हो सकते हैं, जिसकी पेशकश प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज करती हैं, जैसे बीआईटीएस पिलानी और एसएटीआरए यूनिवर्सिटी।
प्रोग्राम के लिये एनरोल करने के इच्छुक स्टूडेन्ट्स की प्रवेश परीक्षा होती है। यह प्रोग्राम क्लासरूम ट्रेनिंग और ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग का मिश्रण प्रदान करता है और उन्हें प्रोग्राम के अंत तक आत्मनिर्भर बना देता है। प्रशिक्षण की पूरी अवधि के दौरान एनरोल्ड स्टूडेन्ट्स को प्रतिमाह 10000 रू. का वजीफा दिया जाता है।
एचसीएल ने 2017 में यह प्रोग्राम शुरू किया था जिसका लक्ष्य सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को लेना और उन्हें उनके कॅरियर की शुरूआत में ही वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। अभी तक, 2000 से अधिक स्टूडेंट्स ने टेकबी प्रोग्राम किया है और वे अब एचसीएल के साथ काम कर रहे हैं। इस अनिश्चित समय में, टेकबी स्टूडेंट्स को उन प्रमुख यूनिवर्सिटीज से डिग्री लेने में सक्षम बनाएगा जिसके साथ एचसीएल ने इस प्रोग्राम के हिस्से के तौर पर साझेदारी की है।
प्रमुख विशेषताएं-
- नौकरी पहले- भारत की अग्रणी आईटी कंपनी एचसीएल के साथ पक्की नौकरी
- वित्तीय आत्मनिर्भरता- वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनें, क्योंकि वजीफा पहले महीने से मिलना शुरू हो जाता है
- उच्च शिक्षा- भारत के प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों जैसे बीआईटीएस पिलानी और एसएएसटीआरए यूनिवर्सिटी से डिग्री लें
टेकबी- एचसीएल का अर्ली कॅरियर प्रोग्राम निम्नलिखित सेट्स में बंटा हैः
- फाउंडेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम- तकनीकी आधारभूत प्रशिक्षण, ताकि रोजगार के लिये तैयार प्रतिभा निर्मित हो
- टेक्नोलॉजीध्डोमेन ट्रेनिंग- विषय-विशेष के लिये प्रशिक्षण, ताकि भूमिका से सम्बंधित सभी कार्य किये जा सकें
- भूमिका विशेष के लिये प्रशिक्षण- पेशेवर अभ्यास अवधि के दौरान व्यवहारिक परियोजना कार्य दिया जाता है
- 12 माह के इस प्रशिक्षण के दौरान अभ्यर्थी सूचना प्रौद्योगिकी के आधारभूत सिद्धांत, संबद्ध सॉफ्टवेयर टूल्स, और प्रोसेसेस और जीवन सम्बंधी कुशलताएं भी सीखेंगे।
- प्रशिक्षण का सफल समापन होने पर अभ्यर्थियों को एप्लीकेशन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट, टेस्टिंग और सीएडी सपोर्ट जैसे क्षेत्रों में एचसीएल टेक्नोलॉजीस की प्रतिष्ठित परियोजनाओं का काम मिलेगा।
- वित्तीय सहायता की व्यवस्था ऐसे की जाती है कि पैरेन्ट्स और स्टूडेन्ट्स पर कोई वित्तीय बोझ न पड़े। प्रोग्राम के लिए फीस में 100 प्रतिशत की छूट (प्रशिक्षण में 90 प्रतिशत या अधिक अंक पाने पर) और प्रोग्राम के लिए फीस में 50 प्रतिशत की छूट (प्रशिक्षण में 85 से 90 प्रतिशत अंक पाने पर) लें।
- साल 2019 और 2020 में कक्षा 12 उत्तीर्ण करने वाले भारत भर के स्टूडेन्ट्स आवेदन करने के योग्य हैं। स्टूडेन्ट्स एचसीएल एसएटी एंट्रेन्स एक्जाम का आवेदन करने के लिये पर जा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन की अंतिम तिथि 30 जून 2020 है।